Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के तापमान में गिरावट का दौर जारी, मैनपाट में जम गईं ओस की बूंदें, ठंड बढ़ने के आसार
Chhattisgarh Weather: सरगुजा सहित उत्तर छत्तीसगढ़ में उत्तर दिशा की ओर से ठंडी हवा का प्रवेश जारी है. जिसके प्रभाव से तापमान में 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक और गिरावट आने की संभावना है.
Ambikapur News: उत्तर दिशा की ओर से आ रही बर्फीली हवाओं के असर से सरगुजा सहित उत्तर छत्तीसगढ़ के तापमान में गिरावट का दौर जारी है. छत्तीसगढ़ के शिमला के नाम से मशहूर सरगुजा जिले के प्रमुख पर्यटन केंद्र मैनपाट में 15 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस हो जाने से ओस की बूंदे जमने के साथ जम कर पाला पड़ा, घास, पौधों, पत्तियों के साथ फूलों में भी ओस की बूंदे जमने से मनमोहक नजारा रहा.
वहीं सरगुजा संभाग मुख्यालय अम्बिकापुर में न्यूनतम तापमान शुक्रवार को 6.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जो सामान्य से करीब 3 डिग्री सेल्सियस नीचे है. प्रदेश में सरगुजा जिला सबसे सबसे कम तापमान दर्ज किया गया है. शहरी के साथ ही पहाड़ी और मैदानी इलाकों में भी कड़ाके की ठंड से लोगों का हाल बेहाल है.
24 घंटे में दो डिग्री तक पारा और लुढ़कने का अनुमान
मौसम विज्ञान केंद्र अम्बिकापुर के प्रभारी एसके मंडल ने बताया कि उत्तर भारत में सक्रिय विक्षोभ पूर्वोत्तर की ओर अग्रसर है. जिसका प्रभाव उत्तरी छत्तीसगढ़ में अगले दो से तीन दिनों पड़ने की संभावना है. मौजूदा समय में सरगुजा सहित उत्तर छत्तीसगढ़ में उत्तर दिशा की ओर से ठंडी हवा का प्रवेश जारी है. जिसके प्रभाव से अगले 24 घंटे में रात के तापमान में और 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तक और गिरावट आने की संभावना है.
8 दिन में 11.05 डिग्री सेल्सियस नीचे गिरा तापमान
सरगुजा सहित उत्तर छत्तीसगढ़ के तापमान में पिछले 8 दिनों में 11.05 डिग्री सेल्सियस की जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई. चक्रवाती तूफान मिचौंग के प्रभाव से बादल छाने और बारिश होने के कारण तापमान में बढ़ोतरी हुई थी जिससे 7 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 17. 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. इसके बाद से तापमान में क्रमशः गिरावट आनी शुरू हुई और 9 दिसंबर को 11.04, 10 दिसंबर को 9.08, 11 दिसंबर को 8.07, 14 दिसंबर को 7.7 और आज 15 दिसंबर को 6.01 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
पहाड़ी इलाकों में बदल रही लोगों की दिनचर्या
कड़ाके की ठंड की वजह से पहाड़ी इलाकों में ग्रामीणों की दिनचर्या बदल रही है. सूर्य ढलने के साथ ही लोग घरों में दुबक रहे हैं और अलाव जला ठंड से राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं सुबह से ही दैनिक कामकाज में जुटने वाले ग्रामीण ठंड के कारण विलंब से उठ रहे हैं और सबसे पहले अलाव तापने के बाद ही कामकाज शुरू कर रहे हैं. मैनपाट के अलावा बलरामपुर जिला के सामरी पाट में भी पारा जमाव बिंदु पर पहुंच रहा है. दिन भर ठंडी हवाएं चलने से मैदानी इलाकों में भी लोग दिन भर ठिठुर रहे हैं और शीतलहर जैसी स्थिति है.
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