छत्तीसगढ़ में लगातार ठंड बढ़ती ही जा रही है. इसी बीच मौसम विभाग ने चक्रवात के लिए चेतावनी जारी किया है. बंगाल की खड़ी में बने ताकतवर चक्रवात मंडौस तमिलनाडु से टकराने वाला है. इससे दक्षिण पूर्व भारत में तेज हवाओं के साथ बारिश होने के आसार हैं. इसका असर छत्तीसगढ़ में पड़ने वाला है. रायपुर के मौसम विभाग ने शुक्रवार को दक्षिण छत्तीसगढ़ में बारिश संभावना जताई है.


तूफान चक्रवात मंडौस का असर


दरअसल चक्रवाती तूफान मंडौस दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बना है जो उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी की ओर 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. वर्तमान में चेन्नई से दक्षिण पूर्व की ओर 520 किलोमीटर दूर स्थित है. इसके पश्चिम उत्तर पश्चिम की ओर आगे बढ़ते हुए और अधिक प्रबल होकर प्रबल चक्रवाती तूफान के रूप में बदलने की की संभावना है. इसके चलते आज इसका प्रभाव रहेगा.


मौसम विभाग ने बताया है कि शुक्रवार रात उत्तर तमिलनाडु पुडुचेरी और उससे लगे दक्षिण आंध्र प्रदेश के पास पुडुचेरी और श्रीहरिकोटा मछलीपट्टनम के पास भूमि पर पहुंचने की संभावना है.


65 से 75 किलोमीटर की स्पीड चलेगा हवाएं


मौसम विभाग के अनुसार मंडौस चक्रवात जमीन से टकराने के बाद इसके हवा की गति 65 से 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रहने की संभावना है. इसके छत्तीसगढ़ में प्रभाव को लेकर रायपुर मौसम विभाग ने बताया है कि शुक्रवार को प्रदेश में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है. जिसके कारण प्रदेश में न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने की संभावना है.प्रदेश के बस्तर संभाग के दक्षिणी छोर में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने की भी संभावना है.


छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में चक्रवात का असर


गौरतलब है कि इस चक्रवात का मुख्य प्रभाव तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश में होगा. इसके चलते इसके पड़ोसी राज्यों में भी आंशिक प्रभाव होगा. आंध्रप्रदेश से छत्तीसगढ़ लगा हुआ है. बस्तर संभाग आंध्रप्रदेश से लगा हुआ है इस लिए चक्रवात का असर यहां भी दिखने की संभावना है. हालाकि मौसम विभाग ने केवल बारिश की ही चेतावनी दी है. लेकिन अगले 4 दिन तक इस चक्रवात के कारण कई इलाकों में बारिश होने की संभावना है.


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