Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर (Bastar) में रेल सुविधाओं के विस्तार की मांग को लेकर बुधवार को हुए रेल  रोको आंदोलन के दौरान आंदोलनकारियों की आरपीएफ और जिला पुलिस (Police) बल से जमकर झुमा झुटकी  हुई. दरअसल, स्टेशन के अंदर रेल रोकने जा रहे रेल लाइन आंदोलन के युवाओं को स्टेशन के बाहर ही RPF और जिला पुलिस बल ने बैरिकैट्स लगाकर रोक लिया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में  पहुंचे युवाओं के साथ पुलिस की हल्की झड़प भी हुई.


इससे पहले की आंदोलनकारी स्टेशन के भीतर तक पहुंच पाते रेलवे के अधिकारियों ने आंदोलनकारियों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए  9 सूत्रीय मांगो में से 5 सूत्रीय मांगों को पूरा करने का लिखित में आश्वासन दिया. जिसके बाद आंदोलनकारियों ने अपने आंदोलन को समाप्त किया, हालांकि आंदोलन कर रहे युवाओं का कहना है कि अभी केवल लिखित में ही रेल प्रशासन की तरफ से आश्वासन मिला है और अगर इन मांगों को जल्द पूरा नहीं किया जाता है. तो रेल लाइन आंदोलन के युवाओं के द्वारा आगे भी उग्र आंदोलन किया जाएगा.


9 में से 5 सूत्रीय मांगों पर बनी सहमति
आंदोलन में शामिल हुए युवाओं का कहना है कि बस्तर में लंबे समय से रेल सुविधाओं में विस्तार करने की मांग की जा रही है लेकिन उनकी मांगों को लगातार रेल प्रशासन और रेल मंत्रालय के द्वारा अनदेखा किया जा रहा है. कुछ दिन पहले ही रेलवे के बड़े अधिकारियों से मांगों को लेकर चर्चा होने के बाद भी इसका कोई नतीजा नहीं निकला. जिसके चलते बुधवार को सैकड़ों की संख्या में बस्तर के युवाओं और कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के साथ ही ग्रामीण अंचलों से भी सैकड़ों की संख्या में पहुंचे युवाओं ने रेल रोको आंदोलन के तहत प्रदर्शन किया.


हालांकि इससे पहले आंदोलनकारियों का दल रेलवे स्टेशन के अंदर पहुंच पाता इससे पहले ही बाहर बड़ी संख्या में तैनात RPF और जिला पुलिस बल के जवानों ने आंदोलनकारियों को रोक लिया और इस बीच जवानों और आंदोलनकारियों के बीच जमकर झूमा झटकी हुई , करीब 2 घंटे तक भारी बारिश में आंदोलनकारी मौके पर जुटे रहे जिसके  बाद रेलवे के अधिकारियों ने 9 सूत्रीय मांगों में से 5 सूत्रीय मांगों को लेकर इन्हें पूरा करने की हामी भरी और जिसके बाद आंदोलनकारियों के कहने पर रेलवे के अधिकारियों ने लिखित में भी आश्वासन दिया..


मांगे पूरी नही हुई तो रोका जाएगा रेल
इन 5 मांगों में मुख्य रूप से  रावघाट रेललाइन बनाने के  मामले में तेजी लाने के लिए विशाखापटनम और बिलासपुर मंडल की ज्वाइंट कमेटी बनेगी. इस कमेटी से आंदोलनकारियों की बैठक होगी और तेजी से काम किया जाएगा. इसके अलावा जगदलपुर स्टेशन को सर्वसुविधायुक्त मार्डन स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा. वहीं संवेदनशील रेलवे क्रॉसिंग को चिन्हाकिंत कर यहां ओवर व अंडर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा.


इसके लिए 50 प्रतिशत अंशदान दिया जाएगा, और ओड़िसा के कोरापुट जंक्सन तक आने वाली सभी ट्रेनों का विस्तार जगदलपुर तक किया जाएगा, साथ ही इरकॉन पर कार्रवाई करने की मांग पर भी पत्र प्रेषित कर दिया गया है. आंदोलनकारी  सुशील मौर्य, साकेत शुक्ला, नवनीत चांद और रोहित आर्या  का कहना है कि रेलवे द्वारा सहमति के बाद उनका काम  समाप्त नहीं होता है.


युवाओं ने कहा कि यह अंजाम नहीं आगाज है, बस्तर में रेल सुविधाओं को लेकर सहमति प्रदान रेलवे ने कर दी है. अगर  मांगों को  जल्द पूरा नही किया जाता है तो आने वाले दिनों में हजारों की संख्या में बस्तरवासी  एकजुट होंगे और इस बार जरूर रेल रोका जाएगा.


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