Chhattisgarh Olympic: 'छत्तीसगढ़िया ओलंपिक' के दौरान गई तीन कबड्डी खिलाड़ियों की गई जान, मौत को लेकर उठे ये अहम सवाल
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल में तीनों खिलाड़ी खेल के दौरान पटखनी देते समय गंभीर रूप से घायल हुए थे. अब इनकी मौत को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं.
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Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के पारम्परिक व स्थानीय खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया गया है. इसे लेकर लोगों को काफी उत्साह है. समय-समय पर खिलाड़ियों को सीएम भूपेश बघेल भी प्रोत्साहित करते रहते हैं. इस बीच महीने भर में तीन कबड्डी खिलाड़ियों की खेल के दौरान मौत हो गई है. इसे लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक टूर्नामेंट के लिए साइन करने से पहले तीनों खिलाड़ियों में से एक का भी मेडिकल चेकअप नहीं हुआ था.
प्रतिभागियों के पास कोई प्रोफेशनल ट्रेनिंग नहीं
'टाइम्स ऑफ इंडिया' की एक खबर के मुताबिक इन खिलाड़ियों के पास जिनमें से एक महिला खिलाड़ी भी थी इनके पास कोई भी स्पोर्ट्स के लिहाज से फिजिकल डिमांड को पूरा करने के लिए प्रोफेशनल ट्रेनिंग नहीं थी. तीनों खिलाड़ी खेल के दौरान पटखनी देते समय गंभीर रूप से घायल हुए थे. वहीं इनकी मौत का कारण सवाईकल इंजरी और हॉस्पिटल देरी से पहुंचने को बताया जा रहा है. दरअसल, छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों की प्राइज मनी 500 रुपये से लेकर 10,000 रुपये तक है. वहीं पारंपरिक खेल आयोजन होने के कारण प्रतिभागियों के लिए कोई परिक्षण ट्रेनिंग नहीं होती है, सुरक्षा के लिए खतरा है. इस पारंपरिक खेल आयोजन में ग्रामीण क्षेत्रों के लोग जो सालों से नहीं खेले हैं वो जोखिम से बेखबर इस हाई स्ट्रेस वाले कंप्टीशन में भाग ले लेते हैं.
इन तीन खिलाड़ियों की हुई मौत
इस आयोजन में पहली मौत 12 अक्टूबर को हुई थी जब रायगढ़ जिले में एक मैच के दौरान 35 वर्षीय कबड्डी खिलाड़ी थंडाराम मालाकार को रीढ़ की हड्डी में घातक चोट लगी थी. वहीं ठीक तीन दिन बाद एक 30 वर्षीय महिला कबड्डी खिलाड़ी शांति मंडावी कांकेर जिले में एक मैच के दौरान गंभीर रूप से घायल हो गईं और 15 अक्टूबर को रायपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. शांति की मौत के दो दिन बाद 17 अक्टूबर को जशपुर जिले के 28 वर्षीय समरू केरकेट्टा को 'छत्तीसगढ़िया ओलंपिक' के बैनर तले आयोजित सुध्रु गांव में कबड्डी मैच के दौरान क्वाड्रिप्लेजिया सर्वाइकल स्पाइन में गंभीर चोट लगी थी. केरकेट्टा को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन एक महीने के इलाज के बाद 16 नवंबर को उनकी मौत हो गई.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ की संस्कृति से लोगों को जोड़ कर रखने व स्थानीय खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन 6 अक्टूबर से 6 जनवरी 2023 तक किया जा रहा है. इसके अंतर्गत दलीय और एकल श्रेणी में 14 प्रकार के पारम्परिक खेलों को शामिल किया गया है, जिसमें 18 वर्ष से कम, 18 से 40 वर्ष एवं 40 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग शामिल हो रहे हैं.
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