दंतेवाड़ा: बस्तर के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा किस कदर बदहाल है इसकी बानगी तब देखने को मिली जब यहां एम्बुलेंस नहीं मिलने पर एक घायल युवक को उसके परिजन खाट पर लादकर अस्पताल ले जा रहे थे. अस्पताल जाते वक्त उन्हें रास्ते में कोंडासांवली के CRPF 231 BN के जवान मिले जिन्होंने युवक की मदद की और कैम्प से एम्बुलेंस की व्यवस्था करवाई. फिलहाल की हालत ठीक बताई जा रही है.
रात भर दर्द से तड़पता रहा युवक
घायल युवक के परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार देर शाम युवक सल्फी के पेड़ पर चढ़ा था तभी अचानक उसका पैर फिसल गया और पेड़ से नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया. नक्सल प्रभावित क्षेत्र और रात होने की वजह से घायल युवक के परिजनों को उसे अस्पताल लेने जाने के लिए कोई मदद नहीं मिली. जिसकी वजह से युवक रातभर दर्द से तड़पता रहा. वहीं आज सुबह एम्बुलेंस की सुविधा नहीं मिल पाने से परिजन घायल को खाट में लादकर अस्पताल ले जाने को मजबूर थे.
CRPF के जवानों ने की मदद
बता दें कि नक्सल प्रभावित इलाके कोंडासांवली के डोरेपारा में रहने वाला घायल युवक जोगा भास्कर को परिजन लगभग 6 किमी तक खाट में लादकर पैदल कोंडासांवली पहुंचे. परिजनों ने ये भी बताया कि गांव तक पहुंचने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है. इसलिए इलाज के लिए खाट को ही उन्हें अपनी एम्बुलेंस बनाना पड़ा. इस दौरान रास्ते में उन्हें CRPF 231 BN के जवानों मिले जिन्होंने युवक को कुआकोंडा अस्पताल लाकर भर्ती करवाया.
प्रशासन नहीं ले रहा कोई सुध
इधर ग्रामीणों ने बताया कि लंबे वक्त से कोंडासावली एरिया में उप स्वास्थ्य केंद्र की मांग की जा रही है. इसके अलावा यहां सड़क का निर्माण कराने के लिए भी लगातार मांग की जा रही है. बावजूद इसके अब तक शासन प्रशासन ने ना ही सड़क बनाई और ना ही उप स्वास्थ्य केंद्र जिस वजह से हर बार इस तरह के हालात से ग्रामीणों को गुजरना पड़ता है. और कई बार गंभीर हालत में इलाज नहीं मिलने से मरीजों की मौत भी हो जाती हैं.
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