Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के चिरमिरी (Chirimiri) जिले में ऐसा मामले सामने आया है जहां कांग्रेस (Congress) विधायक ने गणेश पूजा के चंदे का पैसा एक अधिकारी को देने का आदेश दिया है. विधायक का ये आदेश सोशल मीडिया में जमकर वायरल है. जो लोगों के बीच चर्चा और हंसी का कारण बना हुआ है.
कमिश्नर को चंदा देने का आदेश दिया
पिछले दो साल से कोरोना वायरस का प्रकोप होने की वजह से गणेश उत्सव समेत लगभग सभी धार्मिक आयोजन नहीं हो पा रहे थे. इसलिए इस बार जब कोरोना वायरस कम हुआ तो जिले में कई समितियों ने गणेश उत्सव का आयोजन किया है. दरअसल सार्वजनिक गणेश पूजा उत्सव के कार्यक्रम में समिति के लोग मोहल्ले वासियों के साथ स्थानीय नेताओं से रसीद काटकर चंदा लेते हैं.
ऐसे में चिरमिरी के हल्दीबाडी स्थित हिरागीर दफाई में आयोजित गणेश उत्सव समिति के लोगों ने स्थानीय कांग्रेस विधायक विनय जायसवाल के नाम 3100 रुपये की रसीद काट कर चंदे की रकम लेनी चाही. तो विधायक महोदय ने रसीद के पीछे शॉर्ट में कमिश्नर (नगर पालिका निगम) लिखकर कमिश्नर को चंदे की रकम देने का आदेश दिया. इधर विधायक का ये हस्ताक्षर भरा आदेश सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. साथ ही धार्मिक आयोजन में भी उगाही की रकम देने के मामले में स्थानीय लोग और विपक्ष के लोग विधायक की जमकर किरकिरी कर रहे है.
विधायक ने दिया ये बयान
इस संबंध में नगर पालिका निगम के नेता प्रतिपक्ष संतोष सिंह का कहना है कि विधायक को पूजा पंडाल के लिए यदि चंदा देना ही है तो अपने जेब से दें. विधायक की पत्नी कंचन जायसवाल महापौर हैं तो ऐसा नहीं है कि शासन के पैसों का दुरुपयोग करने के लिए चंदा या सहयोग के लिए नगर निगम के कमिश्नर को मार्क करके पैसा वसूली किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा- नगर निगम चिरमिरी में भ्रष्टाचार है. उसका पूरा लाभ लेते हुए दोनों नगर निगम को लूटने का काम कर रहे है. इस संदर्भ में विधायक विनय जायसवाल का कहना है कि "ऐसा कोई आदेश है तो कमिश्नर से पूछ लेना चाहिए."