Bhupesh Baghel News: विधानसभा चुनाव को देखते हुए छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा संभागीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें सीएम भूपेश बघेल, कांग्रेस छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के संयुक्त सचिव विजय जांगिड़, सह प्रभारी सप्तगिरि उलका, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम समेत के तमाम बड़े नेता व 1500 से अधिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे. सम्मेलन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम भूपेश बघेल साल 2013 में झीरम नक्सली हमले में मारे गए बस्तर 'टाइगर' कहे जाने वाले महेंद्र कर्मा को याद कर भावक हो गए.


'साढ़े चार साल पहले बस्तर में चरम पर था नक्सलवाद'


उन्होंने कहा कि आज से साढ़े 4 साल पहले बस्तर में नक्सलवाद अपने चरम पर था, दहशत का माहौल इस कदर था कि कांग्रेसी नेताओं को बस्तर में कहीं भी जाने के लिए सोचना पड़ता था. बता दें कि नक्सलियों ने 25 मई 2013 को झीरम हमले की वारदात को अंजाम दिया था, जिसमें 27 कांग्रेसी नेताओं की मौत हो गई थी और इसमें छत्तीसगढ़ के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और बस्तर टाइगर कहे जाने वाले महेंद्र कर्मा की भी शहादत हो गई थी.


उनके गृहग्राम फरसपाल में नक्सलियों का खौफ इस कदर था कि झीरम घाटी घटना की पहली बरसी पर उनके गांव में बनाई गई महेंद्र कर्मा की मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद उन्हें कुछ देर भी रुकने नहीं दिया गया और नक्सलियों की दहशत की वजह से उनके साथ-साथ वहां पहुंचे नेताओं को भी तुरंत वहां से जाने को कहा गया, यहां तक की महेंद्र कर्मा के परिवार वालों से भी मुलाकात नहीं हो पाई. 


'बीजेपी शासनकाल में फर्जी मुठभेड़ हुईं, फर्जी एनकाउंटर हुए'


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यकर्ता सम्मेलन में उस समय को याद कर भावुक हो गए और रो पड़े. मुख्यमंत्री ने कहा कि एक आम आदमी से लेकर जवान और नेता नक्सलियों के डर के साए में जीते थे, बीजेपी शासनकाल में फर्जी मुठभेड़ हुईं, फर्जी एनकाउंटर हुए, निर्दोष ग्रामीणों को मारा गया लेकिन कांग्रेस की सरकार बनने के बाद एक भी फर्जी मुठभेड़ नहीं हुई और ना ही कोई निर्दोष ग्रामीण मारा गया है. उन्होंने स्वीकार किया कि इक्का-दुक्का क्रॉस फायरिंग के मामले जरूर सामने आए हैं लेकिन उनमें परिवार वालों को उचित मुआवजा भी दिया गया है.


'सरकार के प्रयासों से बस्तर में बैकफुट पर नक्सलवाद'


सीएम ने कहा साढ़े 4 सालों में जिस तरह से बस्तर में नक्सलवाद बैकफुट पर है वह सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब रात 12 बजे भी लोग अकेले मोटरसाइकिल से झीरम घाटी जा सकते हैं, नक्सलियों के भय का जो माहौल था वह अब बस्तर से समाप्त हो गया है, नक्सली दहशत की वजह से ही हमने अपने बड़े नेताओं को खोया था लेकिन सरकार बनने के बाद सबसे पहले नक्सलवाद को लेकर ही बड़ा कदम उठाते हुए हमने पिछले साढ़े चार सालों में नक्सलवाद को बैकफुट पर लाया है. इस दौरान कार्यकर्ता सम्मेलन में मौजूद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जमकर स्वर्गीय महेंद्र कर्मा अमर रहें के जमकर नारे लगाए.


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