Nagarnar Steel Plant: नगरनार स्टील प्लांट के उद्घाटन से पहले सीएम बघेल ने का बड़ा दावा, बोले-'इसके निजीकरण की...'
Nagarnar Steel Plant: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रेल परियोजनाओं के साथ नगरनार स्टील प्लांट का भी उद्घाटन करेंगे, लेकिन स्टील प्लांट उद्घाटन से पहले सीएम भूपेश बघेल ने इसके निजीकरण का दावा किया है.
CM Bhupesh Baghel On Nagarnar Steel Plant: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज (मंगलवार को) छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. पीएम मोदी यहां रेल परियोजनाओं के साथ नगरनार स्टील प्लांट का भी उद्घाटन करेंगे, लेकिन पीएम के नगरनार स्टील प्लांट (Nagarnar Steel Plant) का उद्घाटन करने से पहले ही इसे लेकर सियासत शुरू हो गई है. सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण का दावा किया है. सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि कुछ निजी कंपनियों के लोग यहां सर्वे भी कर चुके हैं. दरअसल आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बस्तर (Bastar) के जगदलपुर (Jagdalpur) आ रहे हैं. पीएम यहां एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे.
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के नगरनार स्टील प्लांट का लोकार्पण करेंगे, लेकिन नगरनार स्टील प्लांट के लोकार्पण के पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने बड़ा दावा किया है कि नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण की तैयारी की जा रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस भरोसा यात्रा में शामिल होने के लिए दुर्ग के सेलूद गांव पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात से भी बात की. मीडिया के सवाल कि कांग्रेस को क्यों ऐसा लगता है कि नगरनार स्टील प्लांट का निजीकरण होगा, इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि क्योंकि इसके निजिकरण की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है, जो डील स्टील की लिस्ट है उसमें नगरनार भी है. पांच, छह उद्योगपति हैं, उनकी टीम है. वो यहां आकर सर्वे करके भी जा चुकी है.
सीएम बघेल ने क्या कहा
सीएम बघेल ने आगे कहा "मैनें लगातार एनएमडीसी के अधिकारियों से और केंद्रीय मंत्रियों से बात की. मैनें उन्हें कहा कि इसका निजीकरण नहीं होना चाहिए. मैंने ये कहा कि इसको हमारे भिलाई स्टील प्लांट के इंजीनियरों को दे दे वह चला लेंगे. सेल को दे दीजिए वो चलाएंगे. यहां के लोगों को रोजगार मिलेगा. आगे सीएम बघेल ने कहा कि यदि ये प्लांट निजी हाथों में चल जाएगा तो क्या मिलेगा, जबकि वो जमीन आदिवासियों को, किसानों को दी गई थी. ये जमीन एनएमडीसी को हस्तांतरित की गई थी."
सीएम ने कहा कि आज बस्तर के लोगों के साथ धोखा हो रहा है. हम लोगों ने लगातार प्रयास किया है. विधानसभा में प्रस्ताव पारित किए. पत्राचार भी हुआस लेकिन आज इसका उद्घाटन हो रहा है. हम प्रधानमंत्री से आश्वासन चाहते हैं कि इसका निजीकरण नहीं होगा, इसलिए बहुत शांतिपूर्वक आज तीन अक्टूबर को बस्तर बंद आवाहन किया गया है. सर्व आदिवासी समाज ने धरना दिया है.