Chhattisgarh News: सीएम बघेल खातों में डालेंगे 8 करोड़ 63 लाख रुपये, जानिए किनके एकाउंट में पहुंचेगा पैसा
Godhan Nyaya Yojana: बीते कई पखवाड़ों से गोबर खरीदी के एवज में भुगतान की जा रही राशि में स्वावलंबी गौठानों की हिस्सेदारी 60 से 70 फीसदी तक रहने लगी है.
Godhan Nyaya Yojana In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) अपने आवासीय कार्यालय से वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से गोधन न्याय योजना (Godhan Nyaya Yojana) के तहत पशु पालक, ग्रामीणों, गौठान से जुड़ी महिला समूह और गौठान समितियों को 8 करोड़ 63 लाख रुपए ऑनलाइन (Online) उनके बैंक खातों में भेजेंगे.
एक से 15 फरवरी तक होगा राशि का वितरण
इस योजना के तहत एक से 15 फरवरी तक गौठानों से कुल 2.38 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है. इसके एवज में गोबर विक्रेताओं को ट्रांसफर किए जाने वाले 4.76 करोड़ रुपए में से 2.06 करोड़ की राशि कृषि विभाग द्वारा और 2.70 करोड़ रुपए का भुगतान स्वावलंबी गौठानों द्वारा किया जाएगा. स्वावलंबी गौठानों द्वारा गोबर खरीदी के एवज में अब तक 40.19 करोड़ रूपए का भुगतान स्वयं की राशि से किया गया है.
50 प्रतिशत गौठान हो चुके हैं स्वावलंबी
गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी में स्वावलंबी गौठान बराबर की भागीदारी निभाने लगे हैं. बीते कई पखवाड़ों से गोबर खरीदी के एवज में भुगतान की जा रही राशि में स्वावलंबी गौठानों की हिस्सेदारी 60 से 70 प्रतिशत तक रहने लगी है. आज की स्थिति में 50 फीसद से अधिक गौठान स्वावलंबी हो चुके हैं, जो स्वयं की राशि से गोबर और गौमूत्र की खरीदी के साथ-साथ गौठान के अन्य व्यय स्वयं की राशि से कर रहे हैं.
अब तक कितनी राशि का हुआ भुगतान
आपको बता दें कि गोधन न्याय योजना के तहत राज्य में हितग्राहियों को 403 करोड़ 58 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है. 20 फरवरी को 8.63 करोड़ के भुगतान के बाद यह आंकड़ा 412 करोड़ 21 लाख रुपए हो जाएगा. छत्तीसगढ़ राज्य में 20 जुलाई 2020 से गोधन न्याय योजना के तहत 2 रुपए किलो गोबर की खरीदी की जा रही है.
जानिए किन्हें किया जाएगा भुगतान
राज्य में 15 फरवरी 2023 तक गौठानों में 105.63 लाख क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है. गोबर विक्रेताओं से 31 जनवरी तक क्रय किए गए गोबर के एवज में 206 करोड़ 49 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है. 20 फरवरी को गोबर विक्रेताओं को 4.76 करोड़ रुपए के भुगतान के बाद यह आंकड़ा 211 करोड़ 25 लाख रूपए हो जाएगा. गौठान समितियों एवं महिला स्व-सहायता समूहों को 179 करोड़ 11 लाख रूपए का भुगतान किया जा चुका है. गौठान समितियों और स्व-सहायता समूह को 20 फरवरी को 3.87 करोड़ रूपए के भुगतान के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 182.98 करोड़ रूपए हो जाएगा.