छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार चिटफंड कंपनियों के निवेशकों को उनका पैसा दिलवा रही है. मंगलवार को सीएम बघेल ने राजनांदगांव के निवेशकों की डूबी रकम उन्हें वापस कराई. सीएम भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राजनांदगांव जिले के चिटफंड कंपनियों के निवेशकों को 2 करोड़ 46 लाख की राशि वापस की. ये राशि चिटफंड कंपनियों की कुर्क संपत्ति को नीलाम कर वसूली गई है.
बता दें कि इससे पहले राजनांदगांव में 16 हजार 796 निवेशकों को 7 करोड़ 32 लाख रुपये वापस किये गए थे. आज वापस की गई 2 करोड़ 46 लाख रुपये की राशि को मिलाकर राजनांदगांव जिले में अब तक 9 करोड़ 78 लाख रुपये की राशि निवेशकों को वापस लौटाई जा चुकी है.
सीएम भूपेश बघेल ने जताई थी नाराजगी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल चिटफंड में डूबे पैसे वापसी के लिए गंभीर नजर आ रहे हैं. हाल ही में गृह विभाग की समीक्षा बैठक के बाद डीजीपी डीएम अवस्थी पर गाज गिरी है. चिटफंड निवेशकों को पैसे वापसी की प्रक्रिया धीमी होने पर सीएम भूपेश बघेल ने नाराजगी जाहिर की थी, जिसके बाद प्रदेशभर के जिलों में कार्रवाई तेज हो गई है.
कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा सीएम बघेल के करीबी हैं
राजनांदगांव जिले के कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा सीएम भूपेश बघेल के करीबी अफसर माने जाते हैं. भूपेश बघेल जब मुख्यमंत्री बने तो जनसंपर्क विभाग की जिम्मेदारी तारण प्रकाश सिन्हा को दी गई थी. 2 साल से ज्यादा वक्त तक तारण सिन्हा सीएम सचिवालय में रहे. गृह विभाग की समीक्षा बैठक और उसके बाद डीजीपी डी एम अवस्थी के हटने के निर्देश के बाद ही पूरे प्रदेश में चिटफंड पर कार्रवाई की चर्चा शुरू हो गई थी.
900 करोड़ की होगी वसूली
राज्य सरकार के निर्देश के बाद अगस्त महीने में प्रदेशभर से निवेशकों से आवेदन मंगवाए गए थे. इसी कड़ी में राजनांदगांव जिले में 20 अगस्त तक 3 लाख आवेदन आए हैं. इन आवेदनों से 482 ठग कंपनियों का पता चला है. जिला प्रशासन अब इन कंपनियों की संपत्ति कुर्क करेगी और इससे निवेशकों के 9 सौ करोड़ रुपए वसूला जाएगा.
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