(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mahadev Betting App Case: 'इससे बड़ा मजाक और क्या हो सकता है', ED के 508 करोड़ रुपये वाले दावे पर बोले CM बघेल
Mahadev Betting App Case News: ईडी ने शुक्रवार को दावा किया कि महादेव सट्टा ऐप मामले में छत्तीसगढ़ के सीएम को 508 करोड़ रुपये दिए गए हैं. इस पर सीएम बघेल ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण (7 नवंबर) से ठीक पहले ईडी के दावे ने राज्य में सियासी तूफान खड़ा कर दिया. महादेव सट्टा ऐप मामले में ईडी ने दावा किया कि छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये दिए गए हैं. शुक्रवार (3 नवंबर) को जांच एजेंसी ने दावा किया कि उसने पैसे का लेन-देन करने वाले एक शख्स का बयान दर्ज किया है. शख्स ने आरोप लगाया है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रवर्तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब तक 508 करोड़ रुपये का भुगतान कर चुके हैं.
इस पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि इससे बड़ा मजाक और क्या हो सकता है. उन्होंने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री के खिलाफ किसी आदमी पर दबाव डालकर बुलवाया गया. किसी की इज्जत उछालना बहुत आसान हो गया है.
सीएम भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया एक्स पर लंबा पोस्ट साझा किया. उन्होंने कहा, "जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है. चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे कुत्सित प्रयास किया है. यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है. ‘महादेव ऐप’ की कथित जांच के नाम पर ईडी ने पहले मेरे करीबी लोगों को बदनाम करने के लिए उनके घर छापे डाले और अब एक अनजान से व्यक्ति के बयान को आधार बनाकर मुझ पर 508 करोड़ लेने का आरोप लगा दिया है."
सीएम ने कहा कि ईडी की चालाकी देखिए कि उस व्यक्ति का बयान ज़ाहिर करने के बाद एक छोटे से वाक्य में लिख दिया है कि बयान जांच का विषय है. अगर जांच नहीं हुई है तो एक व्यक्ति के बयान पर प्रेस रिलीज़ जारी करना न केवल ईडी की नीयत को बताता है बल्कि इसके पीछे केंद्र सरकार की बदनीयती को भी ज़ाहिर करता है. उन्होंने कहा कि इस समय राज्य में चुनाव हो रहे हैं. सब कुछ चुनाव आयोग के हाथों में है. पुलिस के अलावा सीआरपीएफ़ के जवान जांच कर रहे हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी रकम लेकर लोग किस तरह से छत्तीसगढ़ पहुंच पा रहे हैं? कहीं इसमें भी तो केंद्रीय एजेंसियों की सांठगांठ नहीं चल रही है? कहीं ये रकम उन संदूकों में तो भरकर नहीं लाई गई है जो ईडी के अफ़सरों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ विशेष विमान से तो नहीं पहुंची है?
मुख्यमंत्री बघेल ने आगे लिखा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोनों मिलकर भी कांग्रेस का छत्तीसगढ़ में मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं तो वे जांच एजेंसियों के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं. ईडी के ख़िलाफ़ मैंने खुले बयान दिए हैं और जनता को बताता रहा हूं कि ईडी किस तरह से काम करती है. वह पहले लोगों के नाम तय करती है फिर लोगों को गिरफ़्तार करके धमकाती डराती है और नाम लेने के लिए बाध्य करती है. इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है. मारना, डराना धमकाना तो सामान्य बात है. कांग्रेस तैयार है. कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता तैयार है. ईडी, आईटी जैसी एजेंसियों के मुक़ाबले के लिए छत्तीसगढ़ की जनता हमारे साथ है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे."