Chhattisgarh: शराबबंदी को लेकर CM बघेल के बयान से गरमाई सियासत, रमन सिंह बोले- 'यह महिलाओं का अपमान...'
Chhattisgarh Alcohol Prohibition: CM ने कहा कि जब तक लोग शराब पीना नहीं छोड़ेंगे तब तक शराबबंदी नहीं हो सकती है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरकार पर अपने वादे से मुकर जाने का आरोप लगाया है.
Alcohol Prohibition In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने शराबबंदी (Prohibition) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने शराबबंदी पर सरकार की मंशा स्पष्ट कर दी है. उन्होंने कहा है जब तक लोग शराब पीना नहीं छोड़ेंगे तब तक शराबबंदी नहीं हो सकती है. इस बयान पर छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह (Raman Singh) ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आड़े हाथ लिया है. उन्होंने कांग्रेस सरकार पर शराबबंदी का वादा कर मुकर जाने का आरोप लगाया है और इसे राज्य की महिलाओं का अपमान बताया है.
छत्तीसगढ़ में शराबबंदी पर सियासत शुरू
दरअसल शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्ग जिले के भेंट मुलाकात के दौरान लोगों की शराबबंदी की मांग पर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि पैसा लोगों की जान से बढ़कर नहीं है. लोगों की जान जोखिम में डालकर शराबबंदी नहीं हो सकती है. सीएम ने लोगों से कहा कि शराबबंदी से पहले पीने वाले शराब पीना बंद करें.
आपको बता दें शुक्रवार को दुर्ग में आयोजित भेंट मुलाकात के दौरान एक महिला ने सीएम से कहा कि शराब से काफी नुकसान हो रहा है. शराब पीने के बाद व्यक्ति मारपीट तो करता ही है, पैसे की भी बर्बादी होती है.
सीएम ने कहा- पहले कसम खाओ कि कोई शराब न पाए
शराबबंदी की मांग पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नशा बंद होना चाहिए. इस बात से मैं बिल्कुल सहमत हूं लेकिन पहले यह बताना होगा कि आप शराब छोड़ेंगे या नहीं. उन्होंने कहा कि मैं एक मिनट के भीतर शराबबंदी कर सकता हूं. अभी आदेश करूंगा और शराब की दुकान बंद हो जाएगी लेकिन पहले कसम खाओ कि कोई शराब न पाए. इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लॉक डाउन को याद करते हुए कहा कि लॉक डाउन के समय रायपुर में एक व्यक्ति सैनिटाइजर पीकर मर गया. इसके अलावा जिन राज्यों में शराबबंदी हुई है वहां की गलियों में शराब मिलती है.
'रमन सिंह ने कहा महिलाओं से झूठे वादे किए गए'
इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कहा कि जब भूपेश बघेल यह जानते थे कि छत्तीसगढ़ में शराबबंदी संभव नहीं है तब उन्होंने प्रदेश की महिलाओं से झूठा वादा करके उनका अपमान किस उद्देश्य के साथ किया? उन्होंने कहा जब कांग्रेस की टीम ने घोषणा पत्र बनाया तब उसके प्रमुख 36 बिंदु में शराबबंदी का वादा रखा था, अब या तो उस समय कांग्रेस ने झूठ बोला था या फिर आज भूपेश बघेल झूठ बोल रहे हैं. भूपेश बघेल ने आज सिद्ध कर दिया है कि कांग्रेस की मानसिकता और उनकी विचारधारा कभी भी अपने वादों को पूरा करने की नहीं रहती है.
छत्तीसगढ़ में शराबबंदी आसान नहीं
गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने आधी आबादी को शराबबंदी करने का वादा किया और अपने घोषणा पत्र भी इस मुद्दे को शामिल किया था लेकिन सरकार बनने के 4 साल बाद भी शराबबंदी नहीं हुई है. हालांकि कांग्रेस सरकार ने एक कमिटी बनाई है जो लगातार जिन राज्यों में शराबबंदी हुई है वहां जाकर उनकी नीति समझ रहे हैं लेकिन अब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान के बाद शराबबंदी के मामले में सरकार की मंशा स्पष्ट हो गई है. माना जा रहा है कि अब शराबबंदी का बड़ा फैसला आसान नहीं है.
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