Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान होगा तेज, सीएम बघेल ने ली यूनिफाईड कमांड की बैठक
रायपुर में आज स्टेट यूनिफाईड कमाण्ड की बैठक में नक्सल मोर्चे पर प्रगति समेत जनसुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक की अध्यक्षा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की.
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) में शुक्रवार 26 अगस्त को स्टेट यूनिफाईड कमाण्ड की बैठक (Unified Command Meeting) हुई. बैठक में नक्सल मोर्चे पर प्रगति समेत जनसुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा हुई. इस दौरान यह बात सामने आयी कि छत्तीसगढ़ में 'विश्वास-विकास-सुरक्षा' की त्रिवेणी रणनीति के फलस्वरूप नक्सल गतिविधियों में निरन्तर कमी आ रही है. छत्तीसगढ़ पुलिस और केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के बेहतर तालमेल से नक्सल विरोधी अभियान के साथ-साथ विकास कार्यों में भी तेजी लायी जा रही है. इससे आम जनता का शासन और प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है.
धुर नक्सली क्षेत्र सुकमा का जगरगुण्डा दंतेवाड़ा से जुड़ा
नक्सलियों के गढ़ में कैंपो की स्थापना से आज दक्षिण बस्तर के सुदूर क्षेत्रों जैसे जगरगुण्डा, किस्टाराम, भेजी, पामेड़, बासागुड़ा, तर्रेम में बेहतर सड़कें, पुल-पुलियों का जाल, स्कूल, बिजली, पीडीएस, मोबाइल आदि की सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं. नारायणपुर, कोण्डागांव, बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों को जोड़ने वाली बरसों से बंद स्टेट हाइवे क्रमांक-05 पल्ली (नारायणपुर)-बारसूर (दंतेवाड़ा) मार्ग फिर से शुरू किया गया है. इसी प्रकार धुर नक्सली क्षेत्र जिला-सुकमा के जगरगुण्डा को जिला-दंतेवाड़ा से जोड़ा गया है.
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सूचनाओं के साझा करने पर जोर
बैठक में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे अधोसंरचना संबंधित कार्यों को सुरक्षा के साथ निर्धारित समय-सीमा पर पूरा किये जाने का निर्देश दिया गया. इसके अलावा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के स्थानीय ग्रामीणों को विश्वास में लेकर नक्सल विरोधी अभियान चलाने के निर्देश दिये गये. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात राज्य और केन्द्रीय सुरक्षा बलों के जवानों के कल्याण संबंधी चर्चा की गई. बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती राज्यों खासकर महाराष्ट्र, तेलंगाना, आन्ध्रप्रदेश और उड़ीसा के उन मार्गों पर सुरक्षा बलों द्वारा सतत् निगरानी के निर्देश दिये गये जहां से नक्सलियों का आवागमन होता है और सीमावर्ती राज्यों के साथ सूचनाओं को साझा किये जाने पर भी जोर दिया गया. गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की मौजूदगी में बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने की.