CM Sai Cabinet: दिल्ली में फाइनल हुए साय कैबिनेट के सदस्यों के नाम, इन चेहरों को मिलाकर बनेगा नया मंत्रिमंडल, कांग्रेस उठा रही सवाल
Vishnu Deo Sai Cabinet: रविवार शाम को सीएम विष्णु देव साय, डिप्टी सीएम अरुण साव और डिप्टी सीएम विजय शर्मा दिल्ली गए थे और आज सुबह रायपुर वापस लौट आए हैं.
Chhattisgarh Cabinet Formation: छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बने 15 दिन बीत गए है. सीएम और डिप्टी सीएम ने चुनावी रिजल्ट के 10 दिन पर शपथ लिया. इसके बाद अब 4 दिन और बिना मंत्रिमंडल की सरकार चल रही है.ऐसे में अब विपक्ष भी लगातार सवाल उठा रही है. तो मुख्यमंत्री और दोनो डिप्टी सीएम दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर मंत्री मंडल के नामों पर लगभग सहमति बना ली है. सीएम विष्णु देव साय ने इस मामले में बड़ा बयान भी दिया है. उन्होंने कहा है की नए और पुराने दोनो चेहरों को मिलाकर मंत्री मंडल गठन का दावा किया है.
दिल्ली में तय हुआ विष्णु कैबिनेट का नाम
दरअसल, रविवार शाम को सीएम विष्णु देव साय, डिप्टी सीएम अरुण साव और डिप्टी सीएम विजय शर्मा दिल्ली गए थे और आज सुबह रायपुर वापस लौट आए हैं. इस दौरान रायपुर एयरपोर्ट में सीएम ने मीडिया से बातचीत किया है. उन्होंने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हुई है. कुछ चर्चाएं हुई हैं. बहुत जल्दी मंत्रीमंडल का गठन हो जाएगा. नए और पुराने चेहरा मिलाजुला कर मंत्री मंडल का गठन किया जाएगा. थोड़ा इंतजार कीजिए बहुत जल्द हो जाएगा.
किसानों को इसी सीजन से मिलेगा 3100 रुपए
इसके साथ ही उन्होंने किसानों को बड़ी राहत की खबर देते हुए कहा है कि जो किसान इसी सत्र में धान बेच रहे है. उनको इसी सीजन से 3100 रुपए धान की बिक्री पर मिलेगी. सीएम साय ने कहा कि इस सत्र में जो धान बेच रहे है,मोदी की गारंटी में जो वादा हम लोगों ने किया है. 31 रुपए प्रति क्विंटल और एक एकड़ में 21 क्विंटल की धान खरीदी. उसी हिसाब से उनको भुगतान मिलेगा. यानी माना जा रहा है कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में किसानों को वादा का पैसा देने के लिए घोषणा हो सकती है. इसके लिए बीजेपी सरकार भी कांग्रेस की तरह एक नई योजना शुरू कर सकती है.
कांग्रेस ने कहा 5 साल चला नहीं पाएगी बीजेपी सरकार
चुनाव जितने के 15 दिन बाद बीजेपी के मंत्रिमंडल गठन में हो रही देरी पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पूर्ण बहुमत मिलने के बाद भी बीजेपी मुख्यमंत्री के नाम का चयन नहीं कर पा रही थी. अब मंत्रिमंडल के सदस्यों के नाम का चयन नहीं हो पा रहा है. इसके पीछे कारण यह है कि वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा की जा रही है. 5- 6- 4 बार जीते हुए विधायकों की उपेक्षा कर नए नवेलों को अवसर दिया गया है. इसके कारण बीजेपी में बहुत ज्यादा असंतोष की स्थिति है. मुझे नहीं लगता कि ये सरकार 5 साल तक चल पाएगी.
बीजेपी ने अभी से जनता को ठगना शुरू कर दिया
इसके आगे सुशील आनंद शुक्ला ने बीजेपी पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव से पहले जब मोदी की गारंटी जारी किया गया था तब कहा गया था की सरकार बनते ही किसानों से 3100 रुपए में धान खरीदी होगी. इसके साथ प्रति एकड़ में 21 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी. उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान अनेक जगह कहा कि किसानों का 2 लाख रुपए तक कर्जा माफ होगा. दिसंबर महीने में महिलाओं को प्रति महीने 1 हजार रुपए महतारी वंदन योजना के तहत दिया जाएगा. लेकिन दुर्भाग्यजनक बात ये है कि पहली कैबिनेट में इसपर कोई फैसला नहीं लिया गया है. उलटे इन्होंने कह दिया हमारी सरकार 5 साल में वादों को पूरा करेगी. यानी बीजेपी ने पहली कैबिनेट मीटिंग में वादाखिलाफी कर दिया. जनता को ठगने का एक फिर से शुरू कर दिया है.
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