Chhattisgarh News Today: छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था को लेकर रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की. दो दिवसीय बैठक का आज शुक्रवार (13 सितंबर) को आखिरी दिन था. बैठक के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मीडिया ने मीडिया से बातचीत की.
इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि आखिरी दिन सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक आज ये बैठक चली है. उन्होंने बताया कि इस बैठक में चीफ सेक्रेट्री, एसीएस होम, डीजीपी और सीनियर अधिकारियों के साथ जिला कलेक्टर और एसपी शामिल हुए.
इस बैठक के दौरान आईजी रेंज, जिला कलेक्टर और एसपी ने अपने जिलों की स्थिति से अवगत कराया. मुख्यमंत्री साय ने बताया कि आज की बैठक में पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था की बात रखी गई है.
मुख्यमंत्री साय ने किया ये दावा
सीएम साय ने अपनी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश की पिछली सरकार और हमारे 8 महीने के सरकार के कार्यकाल की तुलना करें, तो मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि हमारी सरकार में अपराधों की संख्या काफी कम हुई है.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि हमारी सरकार में कानून व्यवस्था अच्छी है और प्रदेश के सभी अधिकारी मन लगाकर काम कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि सभी अधिकारी प्रदेश में कानून व्यवस्था ठीक रखना चाहते हैं और और छत्तीसगढ़ के समुचित विकास की चिंता कर रहे हैं.
अधिकारियों को दिए गए विशेष निर्देश
इससे पहले सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट एक संदेश में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लिखा, "अपराधियों के मन में कानून का भय हो, पीड़ितों को त्वरित न्याय मिले, आम जनता में पुलिस प्रशासन के प्रति विश्वास कायम रहे, पुलिस थानों का वातावरण ऐसा हो कि आम नागरिक को थानों में प्रवेश करते समय सहयोग की उम्मीद हो. इसको लेकर पुलिस अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं."
सीएम साय ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, "साथ ही प्रदेश में अपराध पर नियंत्रण के लिए कलेक्टर और एसपी के जरिये आपसी समन्वय स्थापित करते हुए प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने, न्याय संहिता का जमीनी क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हुए पुलिस को नए कानूनों के अनुरूप कार्य करने के लिए भी निर्देशित किया गया है."
बैठक के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, "हमारी सरकार प्रदेश में सुशासन स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे पिछले सालों की तुलना में अपराध की संख्या में कमी आई है."
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