Chitrakot Mahotsav In Bastar: देश में मिनी नियाग्रा के नाम से मशहूर छत्तीसगढ़ के बस्तर (Bastar) में मौजूद चित्रकोट वाटरफॉल के परिसर में हर साल की तरह इस साल भी तीन दिवसीय चित्रकोट महोत्सव (Chitrakot Mahotsav) का आयोजन किया गया है. इस चित्रकोट महोत्सव में बस्तर के आदिवासियों की संस्कृति और कला देखने को मिल रही है. दरअसल, शिवरात्रि के मौके पर हर साल तीन दिवसीय चित्रकोट महोत्सव का आयोजन किया जाता है.
इसमें बस्तर जिले के अंदरूनी गांव के सैकड़ों आदिवासी अपने पारंपरिक वेशभूषा में मंडई मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं. बस्तर पहुंचे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (Vishnu Deo Sai) ने मंगलवार को इस महोत्सव का शुभारंभ किया. साथ ही सीएम यहां महिला बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित मुख्यमंत्री निर्धन कन्या विवाह योजना के तहत हुए 340 जोड़ों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल हुए और वर-वधु को आशीर्वाद दिया. साथ ही सीएम ने उन्हें इस योजना के तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि और घरेलू सामान भी दिया.
सीएम साय ने धर्मांतरण को लेकर कही ये बात
चित्रकोट महोत्सव में आए लोगों को मुख्यमंत्री ने संबोधित भी किया. उन्होंने बस्तर ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ में बढ़ते धर्मांतरण के मुद्दे पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा "बस्तर ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ में बढ़ते धर्मांतरण को लेकर पिछले पांच सालों से जानकारी मिल रही है. पिछली सरकार ने इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया, लेकिन वर्तमान सरकार ने इसके लिए कानून बनाया है. इस कानून को सख्त भी किया जाएगा, ताकि कोई भी मूल धर्म का आदिवासी अपने धर्म को छोड़कर दूसरे धर्म को ना अपनाएं."
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कानून तैयार है लेकिन इसे सख्त करने की जरूरत है. वहीं महतारी वंदन योजना को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका लाभ जल्द ही महिलाओं को मिलेगा. इसकी सभी आवश्यक प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है. उन्होंने बताया कि 12 मार्च को धान खरीदी की रकम सभी किसानों के खातों में ट्रांसफर कर दी जाएगी. सरकार का चुनावी घोषणा पत्र पीएम मोदी की गारंटी है. इस गारंटी के सभी वायदे छत्तीसगढ़ सरकार पूरा करेगी.
चित्रकोट महोत्सव की राशि का बजट बढ़ाने की भी घोषणा
इसके अलावा सीएम साय ने बस्तर संभाग के सभी सात जिलों में 208 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में पर्यटन के विकास की पूरी संभावनाएं हैं. इसके लिए बस्तर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर विशेष तौर पर काम किया जाएगा. सीएम ने चित्रकोट महोत्सव की राशि का भी बजट बढ़ाते हुए 10 से 15 लाख करने की घोषणा की. उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों की मांग पर तीरथगढ़ वाटरफॉल परिसर में आयोजित होने वाले मंडई मेले के लिए भी पांच लाख रुपये देने की घोषणा की.
महोत्सव के शुभारंभ के पहले दिन अबूझमाड़ के मलखंभ के छात्रों ने सीएम के सामने बेहतरीन प्रदर्शन किया. वहीं स्थानीय आदिवासियों ने शुभारंभ के पहले दिन आदिवासी नृत्य कर मनमोहक प्रस्तुति दी.
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