Surajpur News: सूरजपुर के कोयला खदानों से हो रही चोरी, पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने के लगाए आरोप
Chhattisgarh: सूरजपुर में संचालित रेहर, गायत्री खदान और रामानुजनगर थाना के आमंगाव खदान से रोजाना बड़े पैमाने पर खुलेआम कोयला चोरी के आरोप लगाये गए हैं.
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के सूरजपुर थाना क्षेत्र में संचालित रेहर गायत्री खदान और रामानुजनगर थाना के आमंगाव खदान से रोजाना बड़े पैमाने पर खुले आम कोयला चोरी हो रही है. चोर मुख्य मार्ग होते हुए कोयला लाद कर ले जा रहे हैं और क्षेत्र के ईट-भट्टों में खपा रहे हैं. एक अनुमान के मुताबिक प्रतिदिन चार से पांच ट्रक कोयला विभिन्न खदानों से चोरी हो रही है. आरोप लगाए गए हैं चोरी के मामलों में पुलिस सक्रिय भूमिका नहीं निभा रही है.
अभी हाल ही में गत 7 और 8 फरवरी को एसपी रामकृष्ण साहू के निर्देश पर एसडीओपी प्रकाश सोनी और सीएसपी जेपी भारतेंदु ने जयनगर, बिश्रामपुर करंजी सहित प्रतापपुर पुलिस ने विभिन्न ईंट-भट्टों में छापा मार कार्यवाही कर करीब 11 लाख कीमत का सौ से अधिक टन कोयला जब्त करने दावा किया था.
गायत्री और आमंगाव खदान से हो रही चोरी
खदानों से कोयला चोरी करा कर खदान के बाहर खरीदी कर ट्रक, पिकअप ट्राला वाहन से कोयला ईंट-भट्ठों सहित जिले और राज्य के बाहर सप्लाई कर मोटी अवैध कमाई की थी, लेकिन इस बार चोरों ने सिस्टम बदला है. वर्तमान में बड़ी वाहनों की जगह बाइक से कोयला ढुलाई का काम बेखौफ चल रहा है.
बताया जाता है कि दोपहर बाद दिन ढलते ही युवक बाइक लेकर खदान के लिए निकल पड़ते हैं. यहां खदान में घुस कर बेखौफ कोल स्टॉक से कोयला उठाकर चलते बनते हैं. खदानों में गिनती के सुरक्षा कर्मियों और संख्या में कमी का चोर बखूबी फायदा उठाते हुए पूरी रात कोयला चोरी की घटना को अंजाम देते हैं.
किराए की बाइक भी उपलब्ध
कोयला चोरी करने चोरों को स्थानीय लोगों और ईंट-भट्ठा संचालकों द्वारा 24 घंके लिए पांच सौ रुपये में बाइक उपलब्ध कराया जाता है. कोयला चोरी के काम में रिस्क लेकर कई बेरोजगार युवा इस कार्य में पैसा कमाने के लिए इसमें अपना रोजगार तलाश रहे हैं.
गैंगवार की आशंका
बता दें कि कोयला चोरी के इस कार्य में कई बदमाश किस्म के युवकों के शामिल होने के बाद गैंगवार की आशंका बढ़ गई है. बताया जाता है कि गत 4 मार्च को गायत्री खदान के बाहर कोयला चोरी की प्रतिस्पर्धा में चोरों ने दो बाइक को आग के हवाले कर दिया था. घटना में बाइक पूरी तरह से खाक हो गई थी.
इतनी बड़ी घटना के बाद मामले में पुलिस की चुप्पी और अनदेखी से कोयला चोरों के बीच कभी भी गैंगवार की स्थिति निर्मित होने की आशंका बढ़ गई है.
बताया गया कि कोयला चोरों ने अपना इलाका निर्धारित कर लिया है, ऐसे में दूसरे क्षेत्र के लोग जब कोयला चोरी करने यहां पहुंचते हैं तो गैंगवार की स्थिति निर्मित होती है. पिछले दिनों इसी गैंगवार में दो बाइक को चोरों ने घेरकर गायत्री खदान के बाहर कोयला लोड हालत में जलाकर फूंक दिया था. रोजाना खदानों से कोयला चोरी होने से प्रबंधन को नुकसान तो हो ही रहा साथ ही राज्य शासन को भी रॉयल्टी की राशि का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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