Chhattisgarh Politics: कांग्रेस की अंदरूनी आग फिर सुलगी, महामंत्री ने राष्ट्रीय अधिवेशन से खुद को किया अलग
Chhattisgarh Congress: कांग्रेस पार्टी की तरफ से महामंत्री चावला के खिलाफ नोटिस जारी किया गया था, उनपर पार्टी के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप लगे थे. इस वजह से उन्होंने पीसीसी चीफ को पत्र लिखा.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए तैयारी जोरों पर चल रही है, लेकिन राज्य में अंदरूनी घमसास उससे भी तेजी से चल रही है. पोस्टरबाजी के बाद अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस के महामंत्री अमरजीत चावला (Amarjeet chawla) ने राष्ट्रीय अधिवेशन से जुड़े काम के लिए खुद को अलग करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिख दिया. इसके बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में एक बार फिर हड़कंप मचा हुआ है.
राष्ट्रीय अधिवेशन से खुद को अलग किया
शुक्रवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री अमरजीत चावला ने राज्य के कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को पत्र लिखा. इसमें उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन की व्यवस्था से संबंधित जिम्मेदारी सौंपी गई थी. उन्होंने खुद को इससे अलग करने के लिए पीसीसी चीफ मोहन मरकाम को अनुरोध किया है. इसके अलावा अपने खिलाफ जारी की गई नोटिस पर अमरजीत चावला ने नाराजगी जताई है. राष्ट्रीय अधिवेशन की जिम्मेदारियों से पीछे हटने की असली वजह नोटिस ही बताया जा रहा है.
अमरजीत चावला ने लिखा है कि प्रदेश में पार्टी का पूर्णकालिक अधिवेशन होने जा रहा है. इसमें पार्टी की तरफ से उन्हें बहुत सारी जिम्मेदारियां दी गई है, लेकिन कुछ गलतफहमी की वजह से उनके खिलाफ अनुशासन समिति में शिकायत हुई और नोटिस जारी किया गया. इसके आगे चावला ने लिखा है कि अधिवेशन में उन्हें कई समितियों में शामिल किया गया और जिम्मेदारियां सौंपी. अब जबकि उन्हें नोटिस जारी हुआ है, तो ऐसे में उन्हें अधिवेशन के दौरान कार्यभार लेना उचित प्रतीत नहीं हो रहा है. ऐसे में उन्होंने अधिवेशन तक समिति के कार्यों से मुक्त करने का अनुरोध किया है. इसके अलावा उन्होंने ये भी लिखा है कि पार्टी के संगठन कार्य को लेकर उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वह उसका जरूर निर्वहन करेंगे.
पार्टी के खिलाफ टिप्पणी करने का आरोप
बता दें कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से अमरजीत चावला को जारी नोटिस में ये आरोप लगे थे कि वो कांग्रेस कार्यालय में बैठकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ नकारात्मक टिप्पणी करते रहते हैं. इसके अलावा चावला पर ये भी आरोप लगा था कि नये आरक्षण विधेयक पर राज्यपाल की सहमति नहीं मिलने पर वे पार्टी लाइन से अलग जा रहे थे. इसके लिए छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अंदरखाने में जमकर बवाल मचा हुआ है.
गौरतलब है नया रायपुर के मेला स्थल में कांग्रेस का 24 फरवरी से 26 फरवरी तक राष्ट्रीय अधिवेशन होने वाला है. इसमें कांग्रेस के सभी शीर्ष नेता शामिल होने वाले हैं, इसलिए राज्य के कांग्रेसी नेताओं का पोस्टरबाजी शुरू हो गई. सबसे पहले रायपुर नगर निगम के महापौर ऐजाज ढेबर ने अधिवेशन स्थल के आसपास पोस्टर होर्डिंग अभियान चला दिया है, लेकिन इन पोस्टरों में छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष की तस्वीर गायब थी. इसके बाद मोहन मरकाम ने इस इलाके में प्रचार सामग्री लगाने पर रोक लगा दी.
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