Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन (Congress National Convention) से पहले ही ईडी की छापेमारी (ED Raid in Chhattisgarh) को लेकर वार शुरू हो गया था. रायपुर (Raipur) में पार्टी के 85वें अधिवेशन की शुरुआत हो चुकी है. कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर रेड को अधिवेशन बाधित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था. राज्य सरकार के कई विभागों में ईडी की छापेमारी और पूछताछ का काम चल रहा है. वहीं एक तरफ ईडी की रेड दूसरी तरफ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी से कांग्रेस, बीजेपी पर हमलावर हो गयी है. पार्टी का कहना है कि अधिवेशन को सफल नहीं होने देने के लिए यह कार्रवाईयां केंद्र सरकार के इशारे पर हो रही हैं.
क्या कहा सीएम बघेल ने
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इसे लेकर निशाना साधा है. एक ट्वीट में सीएम बघेल ने कहा है कि, हसीन संयोग और बेहद हसीन प्रयोग छत्तीसगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड 21 फरवरी 2023 को अडानी के अंबुजा सीमेंट और जीएमआर पावर और गोयल स्टील में पॉल्यूशन का निरीक्षण करता है, उसके बाद ED 22 फरवरी 2023 को बोर्ड कार्यालय में आकर 36 घंटे अधिकारियों व कर्मचारियों को बंद कर जांच करती रही.
क्या कहा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने
वहीं पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार अधिवेशन को नहीं होने देना चाहती है. खरगे ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा कि, विपक्ष संसद में मुद्दे उठाए तो नोटिस दिया जाता है. महाधिवेशन के पहले छतीसगढ़ के हमारे नेताओं पर ED का रेड कराया जाता है. आज मीडिया चेयरमेन को जहाज से जबरदस्ती उतारकर गिरफ्तार किया गया. भारत के लोकतंत्र को मोदी सरकार ने हिटलरशाही बना दिया. हम इस तानाशाही की घोर निंदा करते हैं.
बढ़ रहा है जांच का दायरा
नवा रायपुर में राज्य सरकार के श्रम, पर्यावरण और जीएसटी विभाग के कार्यालयों में ईडी की अलग-अलग टीमें डॉक्यूमेंट्स को खंगाल रही हैं. अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है. इसके पहले सोमवार को भी कांग्रेस के कई नेताओं के घर पर ईडी की रेड हुई थी. राज्य में ईडी के छापे से खलबली मची हुई है और राजनीतिक बयानबाजियों का दौर जारी है. वहीं ईडी की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है और कई दस्तावेजों के जब्त किए जाने की खबर भी है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के आरोपों को बीजेपी ने खारिज किया है.