बलौदा बाजार हिंसा मामले में MLA की गिरफ्तारी का विरोध, 24 अगस्त को सड़क पर उतरेगी कांग्रेस
Baloda Bazar Violence: विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस ने सड़क पर उतरने का फैसला लिया है. मंगलवार को प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई.
Chhattisgarh News: 24 अगस्त को पूरे छत्तीसगढ़ में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस सड़क पर उतरेगी. कांग्रेस ने बलौदा बाजार हिंसा मामले में विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है. मंगलवार को प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. बैठक में लिये गये फैसलों की जानकारी पत्रकारों को विपक्षी नेता चरण दास महंत ने दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने यादव की गिरफ्तारी के खिलाफ हर जिले में प्रदर्शन करने का फैसला किया है.
महंत ने बताया कि विधायक दल की बैठक में मुख्य रूप से इस बात पर चर्चा हुई कि कैसे विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली सरकार ने विफलता को छिपाने के लिए यादव को झूठे आरोपों में फंसाया. उन्होंने बताया कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक में यादव के खिलाफ कार्रवाई पर चिंता व्यक्त की गयी और फैसला लिया गया कि यादव के साथ अन्याय नहीं होने दिया जायेगा. महंत ने कहा, “हम अन्याय के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे.” उन्होंने बताया कि कांग्रेस विधायक और नेता 22 अगस्त को पुलिस की कार्रवाई का विरोध करने के लिए हर जिले में संवाददाता सम्मेलन करेंगे.
24 अगस्त को पूरे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का होगा धरना प्रदर्शन
24 अगस्त को सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया जायेगा. उन्होंने कहा, “हम इस मुद्दे को लेकर राज्यपाल से भी मिलेंगे.” बैठक के बाद कांग्रेस विधायक यादव से मिलने रायपुर केंद्रीय जेल गए. अधिकारियों ने पहले बताया था कि दुर्ग जिले की भिलाई नगर सीट से विधायक यादव को बलौदा बाजार पुलिस ने 17 अगस्त को गिरफ्तार किया था. उन्होंने बताया कि भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एक मामले के सिलसिले में विधायक को गिरफ्तार किया गया है.
बलौदा बाजार हिंसा मामले में MLA की गिरफ्तारी का विरोध
इस वर्ष 15 और 16 मई की मध्य रात को बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के गिरौदपुरी धाम में 'जैतखाम' या 'विजय स्तंभ' को शरारती तत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था. पवित्र प्रतीक 'विजय स्तंभ' में कथित तोड़फोड़ के खिलाफ सतनामी समाज ने 10 जून को विरोध प्रदर्शन किया. भीड़ ने सरकारी कार्यालय भवन और 150 से अधिक वाहनों में आग लगा दी थी. हिंसा को देखते हुए शहर में धारा 144 लागू कर दिया गया.
सतनामी समाज के प्रदर्शन में यादव समेत कई कांग्रेसी नेता कथित तौर पर शामिल हुए थे. दस जून की आगजनी के सिलसिले में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) और भीम 'रेजिमेंट' के सदस्यों समेत करीब 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया. छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध संत बाबा घासीदास ने सतनाम पंथ की स्थापना की थी. राज्य की अनुसूचित जातियों में सतनामी समाज के लोगों की बड़ी संख्या है.
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