Chhattisgarh Assembly Monsoon Session 2024: छत्तीसगढ़ विधानसभा में बुधवार को बीजापुर मुठभेड़ मामले पर मुख्य विपक्षी दल ने हंगामा किया. कांग्रेस के सदस्यों ने मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि मारे गए ज्यादातर लोग नक्सली नहीं बल्कि निर्दोष ग्रामीण थे.
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मुख्य विपक्षी दल को नक्सलियों का समर्थन करना बंद कर देना चाहिए. प्रश्नकाल में विपक्षी नेता चरणदास महंत ने पिछले वर्ष दिसंबर से इस वर्ष जून के बीच राज्य में नक्सली घटनाओं का आंकड़ा मांगा.
उपमुख्यमंत्री शर्मा ने जवाब में कहा कि 273 नक्सली घटनाओं में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच 92 मुठभेड़ शामिल हैं. बता दें कि शर्मा गृह विभाग का प्रभार भी संभाल रहे हैं. उन्होंने कहा, "दिसंबर (2023) से इस साल जून के बीच नक्सली घटनाओं और मुठभेड़ में 19 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए और 88 जवान घायल हुए जबकि 34 माओवादियों को मार गिराया गया."
सदन में गूंजा बीजापुर मुठभेड़ का मामला
शर्मा ने सदन को बताया कि राज्य में 137 नक्सली मारे गए और 171 को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि इस साल 30 जून तक 790 नक्सलियों को जेल में डाला गया. 765 पर मुकदमा जारी है और 25 को दोषी ठहराया गया है. पूर्व मंत्री कवासी लखमा और विक्रम मंडावी समेत कांग्रेस विधायकों ने पीडिया गांव के करीब इस वर्ष मई माह में हुई मुठभेड़ की प्रामाणिकता पर सवाल उठाए. उन्होंने दावा किया कि तेंदूपत्ता संग्रह में लगे निर्दोष ग्रामीणों को पुलिस ने मार डाला.
ज्यादातर निर्दोष ग्रामीण मारे गये- कांग्रेस
उपमुख्यमंत्री ने आरोपों पर आपत्ति जताई और कहा कि इस तरह के बयान नहीं दिए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को नक्सलियों का समर्थन करना बंद कर देना चाहिए. सरकार के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को नक्सलियों के नाम पर निर्दोष आदिवासियों को निशाना बनाना बंद करना चाहिए. प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद अध्यक्ष रमन सिंह ने आगे की कार्यवाही शुरू की.
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