Congress National Convention: कांग्रेस महाधिवेशन की 10 बड़ी बातें, जानिए- 2024 लोकसभा चुनाव के लिए क्या है पार्टी का प्लान?
Congress National Convention in Raipur: 24 फरवरी से 26 फरवरी तक नया रायपुर में बड़ा आयोजन किया गया. इसमें एआईसीसी, पीसीसी, तमाम मोर्चा प्रकोष्ठ के अलावा कांग्रेस के टॉप लीडर शामिल हुए.
Congress National Convention 2023 in Raipur: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (Raipur) में कांग्रेस के 3 दिवसीय राष्ट्रीय महाधिवेशन (National Convention 2023)का समापन हो गया है. पहली बार देशभर के हजारों कांग्रेसी नेताओं (Congress Leaders) का रायपुर में महाकुंभ लगा था. कहा जा रहा है कि नया रायपुर में हुए कांग्रेस के इस महाधिवेशन से पार्टी और मजबूत होकर उभरेंगे. ये हैं इस 3 दिवसीय महाधिवेशन की वो 10 बड़ी बातें, जिससे कांग्रेस पार्टी को इस साल हो रहे 9 राज्यों के विधानसभा चुनावों और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok sabha Election 2024) में मजबूती मिलेगी.
दरअसल, 24 फरवरी से 26 फरवरी तक नया रायपुर के मेला स्थल के करीब 100 एकड़ में बड़ा आयोजन किया गया था. इसमें शामिल होने के लिए एआईसीसी, पीसीसी, तमाम मोर्चा प्रकोष्ठ के अलावा कांग्रेस के टॉप लीडर शामिल हुए. पहले दिन स्टीयरिंग कमेटी और सब्जेक्ट कमेटी की बैठक हुई. इसके बाद इस बैठक में अधिवेशन के मुद्दों को फाइनल किया गया.
संगठन और सीडब्ल्यूसी में 50 प्रतिशत आरक्षण
कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन में सबसे बड़ी चर्चा देश के 4 प्रमुख वर्गों को साधने की हुई है. पार्टी ने एससी-एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यक को पार्टी में भागीदारी बढ़ाने की रणनीति बनाई है. पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए देश के बड़े वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही है. इनके लिए संगठन और सीडब्ल्यूसी में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा.
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का चेहरा राहुल गांधी ही होंगे
महाधिवेशन का थीम भारत जोड़ो और हाथ जोड़ो अभियान के तहत रखा गया था. राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हैं, लेकिन पार्टी नेता के तौर पर राहुल गांधी को ही सुनना चाहती है. हालांकि राष्ट्रीय अध्यक्ष भी राहुल के दिखाए रास्ते पर पार्टी को आगे बढ़ाने की बात कर रहे थे. यानी आगामी लोकसभा चुनाव में भी राहुल गांधी ही कांग्रेस पार्टी का प्रमुख चेहरा होंगे.
सोनिया गांधी के राजनीतिक सफर का अंत!
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन सबसे ज्यादा चर्चा सोनिया गांधी की स्पीच पर हुई, क्योंकि सोनिया गांधी ने अपने 25 साल के राजनीतिक सफर को बताते हुए भावुक हो गई. उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा को अपनी राजनीति का अंतिम पड़ाव बताया. हालांकि कांग्रेस ने पार्टी के संविधान संशोधन में पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष को सीडब्ल्यूसी का ऑटोमेटिक हिस्सा माना है.
पार्टी के संविधान में 85 से ज्यादा संशोधन
कांग्रेस ने इस महाधिवेशन में पार्टी के संविधान में 85 से अधिक संशोधन किया है, लेकिन सबसे बड़ा फैसला यह लिया गया कि सीडब्ल्यूसी में सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाएगी और इसमें एससी, एसटी, ओबीसी, महिला और युवाओं वर्ग की हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाएगी. पार्टी ने सीडब्ल्यूसी में सदस्यों की संख्या 23 से 35 कर दिया है. इसमें से 50 प्रतिशत सदस्य अब आरक्षण कोटे से बनाए जाएंगे.
राष्ट्रीय अधिवेशन के बीच राहुल गांधी और प्रियंका का ब्रेक
एक तरफ कांग्रेस के महाधिवेशन में कांग्रेस के हजारों नेता अधिवेशन स्थल में जमे हुए थे. दूसरी तरफ अधिवेशन के दूसरे दिन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने अधिवेशन से ब्रेक लिया और सिरपुर घूमने चले गए. उन्होंने छत्तीसगढ़ की धरोहर और 1500 साल पुरानी लक्ष्मण मंदिर देखा. इसके अलावा एक पटेल परिवार की शादी में भी राहुल गांधी ने हिस्सा लिया.
राहुल गांधी ने अदानी ग्रुप पर फिर बोला हमला
महाधिवेशन में कांग्रेस ने एक बार फिर अदानी ग्रुप पर हमला बोला. राहुल गांधी ने महाधिवेशन के आखिरी दिन केंद्र की बीजेपी सरकार से फिर पूछा कि अदानी से क्या रिश्ता है. राहुल गांधी ने कहा ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत की संपत्ति पर कब्जा किया था. वही काम अब अदानी ग्रुप कर रही है. इतिहास रिपीट हो रहा है. बीजेपी सत्ताग्रही पार्टी है और हम सत्याग्रही पार्टी है.
परिवारवाद के धब्बे को मिटाने की कोशिश
महाधिवेशन में एक खास नजारा मंच पर देखने को मिला है. इसमें कांग्रेस पार्टी में गांधी परिवार का दबदबा और परिवारवाद का धब्बा मिटाने की कोशिश की गई. मुख्य मंच पर बैठक व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया था. सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे सेंटर में बैठे थे. खड़गे के बगल में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सीएम के बगल में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा बैठे थे.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पार्टी पावरफुल नेता बने
इस महाधिवेशन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कद बढ़ा है. पार्टी ने भूपेश बघेल पर भरोसा और गहरा किया है, क्योंकि महाधिवेशन में आए सभी नेताओं ने छत्तीसगढ़ में आयोजित इस अधिवेशन की सभ्यता की जमकर तारीफ की. राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अधिवेशन के आखिरी दिन जनसभा में छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार की जमकर तारीफ और उन्होंने इस सरकार को रिपीट करने का जनता से आवाहन किया. बघेल सरकार के किसान न्याय योजना और श्रमिकों को हर साल 7 हजार रुपए देने के स्कीम को देशभर में लागू करने की चर्चा भी की.
प्रियंका गांधी का छत्तीसगढ़ में भव्य स्वागत
महाधिवेशन के दूसरे दिन कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रायपुर पहुंची. ये उनका पहला छत्तीसगढ़ प्रवास था. इसे खास बनाने के लिए अधिवेशन स्थल जाने वाली सड़क को 2 किलोमीटर तक गुलाब की पंखुड़ियां बिछा दिया गया. इसमें करीब 6 हजार किलो गुलाब का इस्तेमाल किया गया था. ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ.
पहली बार रायपुर बना फ्लेक्सपुर
रायपुर एयरपोर्ट से अधिवेशन स्थल तक पेड़ों से ज्यादा पोस्टर, कट आउट लगाए गए थे. कांग्रेसियों के स्वागत के लिए छत्तीसगढ़ की पारंपरिक वेशभूषा पहने राउत नाचा और आदिवासियों की प्रमुख डांस फॉर्म मांदरी किया गया. सड़क किनारे स्वागत के लिए स्टेज बनाए गए थे, जहां नाच गाने से स्वागत किया जा रहा था. सड़क किनारे राहुल गांधी के 40-40 फीट ऊंचे कट आउट लगाए गए थे. इसके अलावा अधिवेशन स्थल पर 10 बड़े डोम बनाए गए थे. सभी डोम में एयर कंडीशन लगाए गए थे.
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