Chhattisgarh Politics: कांग्रेस विधायक दल की बैठक में छलका नेता प्रतिपक्ष का दर्द! बोले- हारने और सरकार चले जाने का दर्द....
Chhattisgarh Congress MLA Meeting: छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र से पहले मंगलवार को विधायक दल की बैठक की. कई मुद्दों को लेकर बीजेपी की सरकार को घेरने का प्लान बनाया गया.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद समीक्षा का दौर चल रहा है. इसी कड़ी में अब विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई है. इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत का दर्द छलका है. विधायक दल की बैठक के बाद उन्होंने चुनाव में हार को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम सब को विश्वास नहीं हो रहा है. हम असहज है, हम सब को समझ में नहीं आया और सबको हारने का और सरकार जाने का दर्द है जो अब कुछ समाप्त हुआ है.
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में हार की समीक्षा
दरअसल, शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष के सभी विधायक रायपुर पहुंचे है. इसी कड़ी में मंगलवार देर रात कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. ये बैठक डॉ. चरणदास महंत के बंगले में हुई है. बैठक में हारे हुए पूर्व विधायकों को भी शामिल किया गया था. इसमें विधानसभा के सत्र पर रणनीति बनाई गई है. अलग-अलग नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई है. सदन में नारायणपुर के किसान की आत्महत्या के मामले को उठाने दावा किया गया है. इस दौरान चुनाव में हार को लेकर भी समीक्षा की गई है और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हार के कारणों पर नेताओं को विस्तृत रूप से समझाया है.
महंत ने कहा हारने और सरकार चले जाने का दर्द समाप्त
बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि हम सबको विश्वास नहीं हो रहा है कि हमारी सरकार नहीं रही. हम सब ने इस बात का गहन चिंतन किया, क्योंकि सब असहज है, सहज नहीं है. कुछ ऐसा जरूर हुआ है कि हम हम सब के समझ में नहीं आया. मैं गलत शब्द का उपयोग कर रहा था वो अच्छी बात नहीं है. मगर हमारे भाई भूपेश बघेल ने चुनाव के रणनीति के बारे में चर्चा किया है. उन सब पर हमे विस्तार पूर्वक समझाया है. तो ऐसा लगा है कि हम सबका दर्द, हारने का दर्द सरकार चले जाने का दर्द कुछ समाप्त हुआ है.प्रक्रिया के बारे में रविंद्र चौबे ने जो बात कही सभी ने गंभीरता से सुना समझा.
लोकसभा चुनाव के लिए संगठन की तैयारी शुरू
डॉ. चरणदास महंत ने बताया कि हमारे प्रदेश के अध्यक्ष दीपक बैज ने संगठनात्मक बातें रखी है. जिससे हम सब को आगे तैयार होना है. लोकसभा चुनाव के लिए उन सब बातों के अलावा विधानसभा में दो दिन में हम किस प्रकार अपने साथियों के साथ आगे बढ़ेंगे. हमारे 14 साथियों के पहला दूसरा दिन होगा. भूपेश बघेल को 5 साल का हमारा नेतृत्व करने के का अनुभव है. सबने उनके चेहरे पर चुनाव लड़ा हालाकि हम सब साथ थे. आगे वो हमारे वरिष्ठ साथी के रूप में विधानसभा में रहेंगे. आज उन्होंने जो समझाया है वो बातें हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. मैं पहली बार नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में हूं.
किसान आत्महत्या के मुद्दे कांग्रेस आक्रामक मोड में नजर आएगी
इसके आगे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दो दिन के लिए हमारी रणनीति बनी है. जिसमे 20 दिसंबर को राज्यपाल का अभिभाषण है. इसके साथ जो सप्लीमेंट्री बजट रखा जाएगा उसके बारे में चर्चा हुई है. कौन कौन साथी किस किस मुद्दे को रखेंगे. उसकी तैयारी के संबंध में महंत ने निर्देश दिया है. मैं समझता हूं जिस प्रकार से नारायणपुर में किसान ने आत्महत्या की है. उस मामले को लेकर शुरुआत होगी. राज्यपाल के अभिभाषण हो चाहे अनुपूरक बजट हो इसमें हम इस विषय को चर्चा में लाएंगे. बड़े आक्रामक ढंग से रणनीति बनी है. विधानसभा में किसानों को मुद्दे को दमखम से उठाया जाएगा.