Chhattisgarh News: कांग्रेस (Congress) सामाजिक न्याय, बेरोजगारी और महंगाई समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर 14 जनवरी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) की शुरुआत कर रही है जिसकी अगुवाई पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) करेंगे. इस दौरान वह 66 दिनों तक यात्रा करेंगे जिसमें 15 राज्यों को कवर किया जाएगा. यह यात्रा छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) से होकर भी गुजरेगी जहां कांग्रेस बीते साल विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) हार गई थी. चूंकि अब लोकसभा चुनाव नजदीक है तो उन राज्यों और जिलों को इस यात्रा में कवर करने की कोशिश की जा रही है जहां 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान पार्टी ने पदयात्रा नहीं की थी. आइए जानते हैं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की यात्रा का पूरा कार्यक्रम...


कांग्रेस की न्याय यात्रा की शुरुआत मणिपुर से होगी. यहां से यह नागालैंड, असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा होते हुए छत्तीसगढ़ में प्रवेश करेगी. छत्तीसगढ़ में पांच दिन कांग्रेस के बड़े नेता और कार्यकर्ता राहुल गांधी के साथ पदयात्रा करते नजर आएंगे. छत्तीसगढ़ में 536 किलोमीटर की यह यात्रा रायगढ़, अंबिकापुर, सक्ति, जांजगीर चांपा, कोरबा, सूरजपुर और बलरामपुर से होकर गुजरेगी. 


चुनाव में हार के बाद हो रही है न्याय यात्रा
बता दें कि कांग्रेस ने इससे पहले जब भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी तब चुनाव वाले राज्यों राजस्थान और मध्य प्रदेश को तो कवर किया गया था लेकिन छत्तीसगढ़ को छोड़ दिया था. कांग्रेस हालांकि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चुनाव हार गई जबकि मध्य प्रदेश में वापसी नहीं कर पाई. अब लोकसभा चुनाव को देखते हुए न्याय यात्रा के रूट मैप में छत्तीसगढ़ को भी शामिल किया गया है जो कि यहां की 5 लोकसभा सीटों को कवर करेगी.  


सचिन पायलट ने हाल ही में यात्रा को लेकर की बैठक
हाल ही में छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने रायपुर का दौरा किया था और इस यात्रा की तैयारी के पहले चरण की बैठक की थी. वहीं, पीसीसी चीफ दीपक बैज का कहना है कि कांग्रेस की न्याय यात्रा देश में बेरोजगारी के खिलाफ, भ्रष्टाचार के खिलाफ और देश में धर्म के नाम पर फैलाए जा रहे नफरत के खिलाफ है. छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटें हैं. इनमें से कोरबा और बस्तर पर कांग्रेस के सांसद हैं जबकि 9 पर बीजेपी के सांसद हैं. 


ये भी पढ़ें- Chhattisgarh: एक लाख का इनामी नक्सल कमांडर ढेर, मुखबिरी के शक में गांव वालों को मार नदी में बहा देता था लाश