Chhattisgarh: बस्तर में 13 सितंबर को कांग्रेस नेता करेंगे 'रेल रोको प्रदर्शन,' केंद्र सरकार पर लगाया बार ट्रेनों को रद्द करने का आरोप
Bastar Congress Andolan: विधायक शिशुपाल सोरी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि बगैर बताये ट्रेनों का संचालन रद्द किया जा रहा है, ऐसे में लोगों की परेशानी को देखते हुए कांग्रेस बस्तर में प्रदर्शन करेगी.
Congress Rail Roko Andolan in Bastar: छत्तीसगढ़ के बस्तर में कांग्रेस कमेटी ने 13 सितंबर को आंदोलन करने का एलान किया है. कमेटी ने इस आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार कर ली है. इस आंदोलन में पूरे जिले के कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ आम लोग और बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य मौजूद रहेंगे. देश में यात्री ट्रेनों के परिचालन लगातार रद्द किए जाने के चलते और बस्तर में रेल सुविधाओं के विस्तार की मांग को लेकर कांग्रेस द्वारा यह आंदोलन किया जा रहा है. रेल रोको आंदोलन के संयोजक और कांकेर विधायक शिशुपाल सोरी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार यात्री ट्रेनों को जबरन बार-बार रद्द कर रही है.
कांकेर विधायक शिशुपाल सोरी ने बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर, रेलवे का निजीकरण कर उद्योगपतियों को बेचने की साजिश का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पहले ही बस्तर में रेल सुविधाओं की कमी है, इसके अलावा लगातार जगदलपुर-विशाखापटनम तक चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों को बिना वजह रद्द किया जा रहा है. जिसके चलते केंद्र सरकार को सचेत करने के लिए 13 सितंबर को रेल रोको आंदोलन किया जा रहा है. शिशुपाल सोरी ने बताया कि इस रेल रोको आंदोलन में बस्तर जिले के साथ-साथ सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर जिले से बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता और आम लोग मौजूद रहेंगे.
'दो साल में 10 हजार यात्री ट्रेनें हुई रद्द'
इस आंदोलन के संयोजक शिशुपाल सोरी ने बताया कि जगदलपुर शहर के रेलवे स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बस्तर में लंबे समय से रेल सुविधाओं की कमी है, जगदलपुर से मात्र चार पैसेंजर ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है और यह ट्रेन भी बार-बार बिना वजह के रद्द कर दी जाती है. लॉकडाउन से बंद हुई जगदलपुर दुर्ग इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन कोरोना काल खत्म होने के तीन साल बीत जाने के बावजूद अब तक शुरू नहीं किया गया है. विधायक सोरी ने दावा किया करते हुए कहा कि पिछले दो सालों में 10 हजार यात्री ट्रेनों को बिना वजह रद्द किया गया है. ऐसे में सबसे ज्यादा उन यात्रियों को परेशानी होती है, जो सिर्फ ट्रेनों से ही आवाजाही करते हैं.
ट्रेनों को रद्द करने के पीछे मोदी सरकार की साजिश बताते हुए शिशुपाल सोरी ने कहा कि जिस तरह लगातार देशभर में सरकारी उपक्रमों को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है, वैसे ही भारतीय रेलवे को भी निजीकरण करने फिराक में मोदी सरकार है. केंद्र सरकार बेवजह ट्रेनों को रद्द कर आम लोगों को परेशानी में डाल रही है. ऐसा पहली बार है जब बीजेपी की सरकार बनने के बाद इतनी बड़ी संख्या में ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है.
'लगातार ट्रेनें रद्द करने से लोगों बढ़ गई परेशानी'
कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुशील मौर्य ने बताया कि जगदलपुर से राउरकेला एक्सप्रेस, जगदलपुर-विशाखापट्टनम नाइट एक्सप्रेस, जगदलपुर विशाखापटनम पैसेंजर ट्रेन और जगदलपुर से हीराखंड एक्सप्रेस और समलेश्वरी एक्सप्रेस का संचालन किया जा रहा है, लेकिन यह ट्रेनें भी लगातार रेलवे प्रशासन के द्वारा रद्द की जा रही हैं. सबसे ज्यादा जगदलपुर विशाखापत्तनम पैसेंजर ट्रेन रद्द की जाती है. हर रोज इस ट्रेन से हजारों की संख्या में बस्तर वासियों का आना जाना रहता है, लेकिन लगातार ट्रेनें रद्द करने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि लंबे समय से रेल सुविधाओं के विस्तार के लिए बस्तरवासी आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इसलिए 13 सितंबर को रेल रोको आंदोलन किया जा रहा है. सुशील मौर्य ने बताया कि इस आंदोलन में बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स का भी समर्थन मिला है, इसके अलावा बड़ी संख्या में कांग्रेसी और बस्तरवासी रेल रोको आंदोलन में शामिल होंगे.
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