Kanker News: बीमा पॉलिसी की 72 लाख रुपए की रकम पाने के लिए एक व्यक्ति ने अपने परिवार की मौत की ऐसी साजिश रची, जिसे जानकर पुलिस के भी होश उड़ गए. हालांकि कांकेर पुलिस ने उसकी साजिश को नाकाम करते हुए उसके पूरे प्लान को चौपट कर दिया. प्लान चौपट होने के बाद वापस अपने घर लौटे व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.


अपनी नई कार को किया आग के हवाले


दरअसल पखांजूर के रहने वाले समीरन सिकदार ने अपने परिवार की मौत की साजिश रचते हुए बीते 1 मार्च को कांकेर में अपनी नयी कार को आग के हवाले कर दिया और हादसे में अपनी पत्नी और दोनों बच्चों को मृत साबित करने के लिए 13 दिनों तक पत्नी और दोनों बच्चों के साथ लापता रहा. जलती कार में चारों के शव नहीं मिलने से पुलिस रहस्यमई तरीके से गायब हुए परिवार के सदस्यों की खोजबीन में जुटी रही, जिसके बाद घटना के एक दिन बाद ही धमतरी शहर के किसी लॉज में इन्हें देखे जाने की सूचना मिली जिसके बाद लगातार कांकेर पुलिस इनकी पतासाजी कर रही थी. कार में आगजनी की घटना के लगभग 13 दिन बाद समीरन सिकदार अपनी पत्नी जया सिकदार और दोनों बच्चों के साथ अपने घर पखांजूर लौट गया जिसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस ने पति और पत्नी को हिरासत में ले लिया. 


पत्नी को रखा पूरी साजिश से अंजान


पति समीरन सिकदार ने बीमा पॉलिसी के तहत मिलने वाले पैसों के लिए रची इस साजिश से अपनी पत्नी को भी अंजान रखा और उसे असलियत नहीं बताई और लापता होने के 13 दिनों तक उसे बच्चे के इलाज के लिए पश्चिम बंगाल और बिहार घुमाता रहा, लेकिन पुलिस की दखलंदाजी से परेशान होकर और  पूरा प्लान चौपट होता देख वह अपने परिवार के साथ वापस अपने घर पखांजूर लौट गया और अपने घर वालों को फोन कर अपने जिंदा होने की सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने पति और पत्नी को हिरासत में ले लिया. कांकेर एसपी ने बताया कि आरोपी व्यक्ति समीरन सिकदार ने 72 लाख रुपए बीमा की राशि पाने के लिए अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ अपनी भी मौत की साजिश रची थी लेकिन उसका पूरा प्लान चौपट हो गया.


ऐसे रची अपने परिवार की मौत की साजिश


कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि पंखाजूर का रहने वाला समीरन सीकदार पोल्ट्री फॉर्म का काम करता है और उसका पूरा परिवार पखांजूर में रहता है. बीते 1 मार्च को उसने एक साजिश रची जिसमें उसने अपने परिवार की मौत की झूठी खबर फैलाना चाही और इसके लिए घर से 8 लाख रुपये कैश लेकर अपनी नई कार को कांकेर के चारामा इलाके में आग के हवाले कर दिया ताकि लोगों को यह लगे कि आगजनी में उसके साथ उसकी पत्नी और दोनों बच्चों की मौत हो गई है. पूछताछ में समीरन सीकदार ने बताया कि उसने अपनी बीमा पॉलिसी के 72 लाख रुपये पाने के लिए अपने परिवार के मौत की साजिश रची थी.


उसने 2 मार्च को अपने परिवार के साथ धमतरी शहर के एक लॉज में रूम लिया और 1 दिन तक वहीं रहा.  इस दौरान कांकेर पुलिस को सूचना मिली कि लापता हुए इन चारों लोगों को लॉज में देखा गया है जिसके बाद पुलिस की टीम लगातार इस लापता परिवार की खोजबीन में लगी हुई थी लेकिन आरोपी समीरन सीकदार अपनी पत्नी और दोनों बच्चों को लेकर पश्चिम बंगाल और बिहार चला गया और 13 दिनों तक अपने मोबाइल फोन को घटनास्थल में ही फेंककर पुलिस को गुमराह कर दोनों जगह  घूमता रहा.


आरोपी के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं में केस दर्ज


पत्नी जया सिकदार ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसे इसकी बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि उसके पति ने परिवार वालों की मौत की साजिश रची थी. उसने कहा कि उसके पति ने बताया था कि उसके छोटे बेटे के इलाज के लिए बाहर जाना है, यही बोल कर दोनों बच्चों और उसे भी वह अपने साथ ले गया. उसने कहा कि जब पति घर लौटा तब जाकर उसे पता चला कि उसने उसकी और दोनों बच्चों के साथ खुद की मौत की साजिश रची थी, इसलिए अपनी कार को भी जला दिया था. एसपी ने कहा कि फिलहाल इस मामले में आरोपी समीरन के खिलाफ आईपीसी की धारा 435, 427,120 और 420 और 511 के तहत धोखाधड़ी और आगजनी का मामला दर्ज किया गया है. हालांकि पुलिस ने पत्नी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है. 


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