Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में नियमितीकरण की मांग कर रहे कर्मचारियों (contract workers strike) ने अनिश्चितकालीन हड़ताल स्थगित कर दिया है. लगभग एक महीने तक सरकार (Chhattisgarh government) से नियमितिकरण की गुहार लगा रहे थे. लेकिन बुधवार को हड़ताल स्थगित करने का ऐलान कर दिया है. इसके बाद तूता धरना (Naya Raipur) स्थल से भी लगभग कर्मचारी अपने घर वापस लौट गए है. कहा जा रहा है कि सरकार के अल्टीमेटम के बाद कर्मचारी अब काम पर लौट जाएंगे.


एक महीने बाद संविदा कर्मचारियों ने हड़ताल स्थगित किया
दरअसल 3 जुलाई से 45 हजार की संख्या में सर्व विभागीय संविदा कर्मचारियों ने काम बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे. इस दौरान कर्मचारी बड़ी संख्या में नया रायपुर के धरना स्थल तूता में एक महीना तक जमे रहे. लेकिन अब कर्मचारियों ने घर वापसी का फैसला किया है. कर्मचारियों की तरफ से बुधवार दोपहर को एक विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि पिछले 30 दिनों तक हमने संविदा कर्मचारियों के दर्द, पीड़ा और मांग को शासन तक पहुंचाने में सफल रहे हैं. हमें आशा ही नहीं बल्कि पूरा विश्वास हैं की हम जिन मांगो को लेकर आंदोलनरत थे, वे सभी मांगें आने वाले दिनों में जरूर पूरी होगी.


कर्मचारियों को सीएम भूपेश बघेल पर भरोसा
सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने कहा कि 3 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे. इस दौरान हमने अपनी मांगों को लेकर शासन प्रशासन से चर्चा की है. आज हमारी पूरी टीम ने ये फैसला किया है कि छत्तीसगढ़ के 3 करोड़ जनता के हित को ध्यान में रखते हुए हम इस आंदोलन को स्थगित करते है. हमारा ये मानना है कि 'भूपेश है तो भरोसा है' और उत्साह हो सकता है. हम सीएम भूपेश बघेल से बहुत आशा लगाए बैठे है जल्दी नियमितिकरण की घोषणा करें.


हड़ताल स्थगित होने के बाद सैलरी बढ़ाने का आदेश जारी
हड़ताल स्थगित करने सूचना आने के ठीक बाद सरकार ने कर्मचारियों के वेतन वृद्धि का आदेश जारी कर दिया है. राज्य सरकार की तरफ से बताया गया है कि शासकीय कर्मियों के मंहगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता में वृद्धि के साथ ही संविदा कर्मचारियों के वेतन में भी एकमुश्त वृद्धि के आदेश वित्त विभाग द्वारा जारी कर दिए गए है. जारी आदेश में पेंशनरों के मंहगाई भत्ता भी बढ़ा दिया गया है. वित्त विभाग द्वारा जारी निर्देश के अनुसार राज्य शासन के कर्मचारियों को 1 जुलाई 2023 से सातवें वेतनमान के अनुसार दिए जा रहे 38 प्रतिशत महंगाई भत्ता में 4 प्रतिशत वृद्धि करते हुए 42 प्रतिशत किया गया है. वहीं संविदा कर्मचारियों के वेतन संरचना में वेतन मेट्रिक 01 से 16 लेवल तक के कर्मियों के मासिक एकमुश्त संविदा वेतन 14,400 से लेकर 1,19,715 रुपए तक एकमुश्त संविदा वेतन निर्धारित किया गया है.


दो दिन पहले NHM कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया था 
गौरतलब है कि कर्मचारियों के इस आंदोलन से ग्राउंड स्तर पर सरकारी कामकाज को बुरी तरह से प्रभाव पड़ा है. इसको लेकर शासन की तरफ से कई बार कर्मचारियों को हड़ताल से वापस लेने के लिए कहा गया था. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मानसून सत्र में 37 हजार कर्मचारियों की सैलरी 27 प्रतिशत बढ़ाने की घोषणा की थी. इसके बाद एस्मा तक कर्मचारियों पर लगाया गया था. लेकिन कर्मचारी अपने हड़ताल पर अड़े रहे. वहीं दो दिन पहले बीजापुर के 211 स्वास्थ्य कर्मचारियों को बर्खास्त करने के बाद अब कर्मचारियों ने हड़ताल वापस लिया है.


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