Chhattisgarh News: देश के नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन होने वाला है, लेकिन इसका उद्घाटन कौन करेग इस पर देशभर में बहस छिड़ गई है. इसका असर छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिल रहा है. छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के बीच ट्वीट वॉर शुरू हो गई है. बीजेपी से कांग्रेस में आए बड़े आदिवासी नेता नंदकुमार साय (Nandkumar say) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र लिखकर राष्ट्रपति (President Draupdi Murmu) के हाथों उद्घाटन की मांग की है.


दरअसल नए संसद भवन (New parliament building) के उद्घाटन पर अब सियासी जंग ट्विटर पर छिड़ गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी को आदिवासियों का अपमान करने का आरोप लगाया है. तो पूर्व सीएम और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कांग्रेस के दशकों तक चले केंद्र में सरकार को याद दिलाया है. दोनों के बीच जमकर ट्विटर पर वॉर पलटवार चल रहा है. सीएम बघेल इसे छत्तीसगढ़ से जोड़कर बीजेपी को घेरने में लग गए है.


बीजेपी करती है आदिवासियों का अपमान


कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लिखा कि बिल्कुल ठीक कहा है. बीजेपी आदिवासियों का अपमान करती है. यह जग जाहिर है. विश्व आदिवासी दिवस के दिन इन्होंने छत्तीसगढ़ बीजेपी के आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष को हटाया था. फिर भाजपा के बड़े आदिवासी (tribal leader) नेता नंद कुमार साय जी का अपमान किया. इसके आगे सवाल पूछते हुए सीएम भूपेश ने कहा कि महामहिम आदिवासी वर्ग से आती हैं, प्रथम नागरिक हैं वह देश की, देश के लिए यह गौरव का पल होगा. क्या प्रधानमंत्री जी ऐसा करने देंगे?


कांग्रेस रहते आदिवासी को सर्वोच्च संवैधानिक पद प्राप्त नहीं हुआ


इसके जवाब में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने ट्वीट किया. उन्होंने केंद्र में कांग्रेस (Congress) की सत्ता को याद दिलाते हुए कहा कि केंद्र में कई दशकों तक कांग्रेस सत्ता में थी तब किसी आदिवासी समाज के व्यक्ति को देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का दायित्व प्राप्त नहीं हुआ. आज जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश समानता और अंत्योदय के पथ पर अग्रसर है तब कांग्रेसियों के पेट में मरोड़ उठ रही है.


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की रमन को बड़ी सलाह 


ये ट्वीट वॉर यहां खत्म नहीं हुआ. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फिर डा. रमन को आड़े हाथ लिया. उन्होंने रमन के आरोप लिखा कि स्मृति मनुष्य के जीवन संचालन का आवश्यक अवयव है, यदि इसमें कमी आने लगे तो योग और प्राणायाम की शरण में तुरंत चले जाना चाहिए, नकारात्मकता और कुंठा से दूर हो जाना चाहिए रमन सिंह जी. लोकतंत्र के लिए गौरव का विषय है कि दलित समुदाय से आने वाले आदरणीय के आर नारायण (R Narayan) जी देश के राष्ट्रपति रहे और मीरा ( Meera Kumar) कुमार जी लोकसभा (Loksabha) की अध्यक्ष रहीं.


सीएम बघेल ने रमन से कहा प्रधानमंत्री को पत्र लिखें


इसके आगे सीएम भूपेश बघेल ने लिखा कि आदिवासी समुदाय से आने वाली द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) जी हमारी संवैधानिक (Constitutional) अभिभावक हैं. उनके हाथों लोकतंत्र की पंचायत का उद्घाटन होना आदिवासी समुदाय ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का पल होगा. मेरा अनुरोध है कि बीजेपी के 'राष्ट्रीय उपाध्यक्ष' के रूप में आप भी प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखकर आग्रह करें. ऐसा करने से हो सकता है कि आपको छत्तीसगढ़ के वो आदिवासी भी माफ कर दें जिन्हें आपके शासन में नक्सली बताकर जेल में डाला गया था, जिन बच्चों को नक्सली बताकर गोली से मार दिया गए.


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