Surajpur News : छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में कोरोना के मिल रहे मरीजों से फिलहाल स्कूलों में सबसे अधिक खतरा उत्पन्न हो गया है. अगले 30 अप्रैल तक सभी शैक्षणिक संस्थाएं खुली हैं और कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बीच स्कूलों के संचालन को लेकर भी अभिभावकों ने बड़ा सवाल खड़ा किया है. कस्तूरबा गांधी कन्या छात्रावास में 17 बच्चियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से हड़कंप की स्थिति है. जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है.


हॉस्टलों में कैम्प लगाकर जांच के निर्देश


स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सभी हॉस्टल व आश्रमों में कैम्प लगाकर कोरोना जांच करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. अजय मरकाम ने बताया कि राज्य शासन के भी निर्देश हैं कि सर्दी, जुकाम वाले मरीजों की कोरोना जांच भी अनिवार्य रूप से करें, और जांच बढ़ाने के निर्देश हैं. जिले के समस्त हॉस्टल व आश्रमों में कोरोना जांच के लिए कैम्प लगाए जाने की मुहिम शुरू कर दी गई है. उन्होंने मास्क का उपयोग करने की अपील के साथ कोविड के नियमों का पालन करने व जागरूक रहने की भी अपील की है.


एनएसयूआई ने सौंपा ज्ञापन


छात्रावास की लड़कियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने की स्थिति में एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष चन्द्रकांत चौधरी ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि सभी छठवीं से दसवीं तक की छात्राएं हैं और नियमित रूप से अध्ययनरत हैं. ऐसे में छात्राएं जिन स्कूलों में अध्ययन कर रही हैं, उन स्कूलों में भी प्राथमिकता में कोरोना टेस्ट कर अन्य बच्चों को सुरक्षित किया जाना आवश्यक है. साथ ही स्कूलों को भी तत्काल प्रभाव से बंद किया जाना चाहिए. इस दौरान प्रदेश महासचिव कौनेन अंसारी, विधानसभा अध्यक्ष राजा अंचल, सोशल मीडिया जिलाध्यक्ष शिवम साहू, जिला उपाध्यक्ष मुकेश पटेल, फरहान शुभम दिवाकर रामधारी उपस्थित रहे.


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