Surguja News: सरगुजा जिले में कोरोना के बढ़ रहे मामलों के बीच मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती होने के पांच घंटे के भीतर एक 47 वर्षीय संक्रमित पुरूष की उपचार के दौरान मौत हो गई. ताजा मामलों की बात करें तो कोरोना से यह सरगुजा में पहली मौत है. अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक भिट्ठीकला निवासी एक युवक को सांस लेने में तकलीफ होने पर रविवार को प्रातः साढ़े सात बजे मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था, जांच में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. उपचार के दौरान प्रातः लगभग साढ़े 11 बजे उसकी सांसे थम गई.
मौजूदा समय में मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दस मरीज भर्ती हैं. कोरोना से मरीज की मौत होने और संक्रमितों की तादात बढ़ने से नागरिकों की चिंता बढ़ गई है. वहीं जिला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है और स्थिति की लगातार समीक्षा करते हुए आम नागरिकों से जरूरी एहतियात बरतने अपील भी की जा रही है.
सरगुजा जिले में 12 अप्रैल को 16.4 फीसदी की दर से नए संक्रमितों की पहचान हुई थी, जबकि 14 अप्रैल को 12.1 प्रतिशत की दर से नए मरीज मिले. मौजूदा समय में जिले में 67 एक्टिव केस मिले, वहीं 15 अप्रैल को 10.2 फीसदी की दर से 25 नए मरीजों की पहचान हुई.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक लम्बे समय के बाद सरगुजा में मार्च महीने में नए संक्रमित मिलने शुरू हुए थे. मार्च में कुल तीन संक्रमितों की पहचान हुई थी, जबकि अप्रैल में संक्रमितों की तादात कई गुना बढ़ गई. 15 अप्रैल तक की स्थिति में सरगुजा में 98 नए संक्रमितों की पहचान हुई, जिसमें से 6 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है, जबकि 92 एक्टिव केस हैं. कोरोना के मामले देशभर में बढ़ रहे हैं.
प्रशासन ने लोगों को बचाव के लिए दिए ये निर्देश
ऐसी स्थिति में जिले में भी संक्रमितों की तादात बढ़ने के साथ ही शाासन के निर्देश पर प्रशासन के द्वारा लोगों से बचाव के लिए कोरोना नियमों का पालन करने की समझाईश दी गई है. इसके साथ ही लोगों को भीड़-भाड़ वाले स्थलों पर जाने से बचने भी कहा गया है. इधर लोगों में अभी भी लापरवाही दिख रही है. अधिकांश लोग लक्षण होने के बावजूद जांच कराने से कतरा रहे हैं. वहीं मास्क सहित अन्य एहतियात बरतने के प्रति भी लोग गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं.
मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. रमणेश मूर्ति ने अस्पताल का निरीक्षण कर कोविड वार्ड में तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में 15 बेड का आइसोलेशन सेंटर है. इसके अलावा सीताराम वार्ड में अतिरिक्त 15 ऑक्सीजन बेड आरक्षित किए जा रहे हैं. जैसे-जैसे संक्रमितों की तादात बढ़ेगी. वैसे-वैसे आवश्यकता अनुसार कोविड के पुराने संसाधनों को फिर से बहाल करते हुए सौ से दो सौ बेड तक तैयार कर लिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि कोविड ओटी सक्रिय कर दिया गया है. एक सप्ताह के भीतर दो संक्रमित गर्भवती महिलाओं का ऑपरेशन से प्रसव किया जा चुका है. जम्बो के साथ छोटे-बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर लगभग चार सौ हैं चार ऑक्सीजन प्लांट सक्रिय हैं.
होम आईसोलेशन में मरीजों का उपचार
मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पीएस सिसोदिया ने बताया कि मौजूदा समय में नए संक्रमितों में गंभीर लक्षण नहीं होने से राहत भी है. शनिवार तक की स्थिति में 92 एक्टिव केस में से 70 से अधिक संक्रमितों को होम आईसोलेशन की अनुमति दी गई है. काफी कम मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आ रही है. उन्होंने कहा है कि टीकाकरण को लेकर शासन से अभी तक कोई दिशा निर्देश नहीं आया है.
इसे भी पढ़ें: