Coronavirus in Durg: छत्तीसगढ़ के दुर्ग में ओमिक्रॉन के खतरे के बीच लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है. इसके बावजूद लोग इस खतरे को फिर एक बार नजरअंदाज कर रहे हैं. इतना ही नहीं प्रशासन भी कोरोना के खतरे को देखते हुए भी लोगों पर सख्ती बरतने में लापरवाही बरत रहा है. जिसका नतीजा है कि करोना अपने पैर तेजी से पसारते जा रहा है. दुर्ग संभाग की बात करें तो कोरोना से अब तक 3222 लोगों की मौत हो चुकी है और आज के तारीख में 151 एक्टिव मरीज हैं.

 

जिस तेजी से इस बार करोना अपने पैर पसार रहा है, उसको देख कर लगता है कि शायद यह तीसरी लहर की शुरुआत है. लोग शायद देश में कोरोना की दूसरी लहर को भूल चुके हैं. यही वजह है कि अब लोगों को कोरोना से डर नहीं लग रहा है और लोग कोरोना के नियमो की अनदेखी कर रहे हैं. जिस रफ्तार से इस बार ओमिक्रॉन के खतरे के बीच कोरोना अपने पैर पसार रहा है. इसको देखकर तो यही लगता है कि आने वाले समय में कोरोना के दूसरी लहर से ज्यादा घातक हो सकता है.

 

पिछले एक हफ्ते में दुर्ग संभाग में कोरोना ने पकड़ी रफ्तार

 

पिछले 1 हफ्ते में दुर्ग संभाग में 151 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं. जिसमें से दुर्ग जिले में 93, राजनांदगांव में 15, बालोद में 6, बेमेतरा में 1 और कवर्धा में 7 शामिल हैं. अब तक दुर्ग संभाग में कोरोना से 3,222 लोगों की मौत हो चुकी है और 2,23,387 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. वहीं 2,20 024 कोरोना को मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं. आपको बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में दुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में से था. उस समय हालात यह था कि कोरोना मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड कम पड़ गई थी. वहीं श्मशान घाट में भी कोरोना से मौत हुए लोगों के अंतिम संस्कार के लिए जगह कम पड़ गई थी. 

 

प्रशासन एक बार फिर कर रहा है लापरवाही

 

इस बीच प्रशासन की तरफ से भी लापरवाही बरती जा रही है. प्रशासन लोगों को जागरूक करने में नाकाम साबित हो रहा है. अगर जल्द ही प्रशासन सख्ती नहीं बरतता है तो वह दिन दूर नहीं, जब दूसरी लहर के समय जो भयावक तस्वीर सामने आई थी. वह फिर से सामने ना आ जाए. लोगों को भी खुद से सावधानी बरतने की जरूरत है. कोरोना नियमों पालन करना होगा ताकि वे अपने साथ-साथ परिवार और दूसरे लोगो को भी इस जानलेवा महामारी से बचा सके.

 

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