छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में भी लंपी वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन ने जिले के पशु बाजारों पर अगले आदेश तक मवेशियों के खरीदी- बिक्री पर रोक लगा दिया है. लेकिन इस प्रतिबंध के बाद भी बस्तर में गौ तस्कर सक्रिय हो गए हैं.बस्तर के पड़ोसी राज्यों से पिकअप वाहनों के माध्यम से गौ तस्करी का खेल जारी है.
सक्षम संस्था के सदस्यों ने गौ तस्करी पकड़ा
सोमवार को बस्तर जिले में सक्षम संस्था के सदस्यों ने एक पिकअप वाहन से गौ तस्करी करते हुए कुछ लोगों को पकड़ा है ,पूछताछ पर पता चला कि इन गौ वंश को पिकअप वाहन में डालकर खरीदी बिक्री करने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन सूचना मिलते ही सक्षम संस्था के सदस्यों ने पिकअप वाहन को पकड़ लिया और शहर के परपा थाना में एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है.और वाहन मालिक के साथ गौ तस्करी करने वालों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्यवाही करने की मांग भी की है.
दूसरे राज्यो से हो रही गौ तस्करी
दरअसल बस्तर जिले के लौंहडीगुड़ा ,तोकापाल और पामेला में बड़े स्तर पर पशु बाजार लगाया जाता है. लेकिन जिले में बढ़ते लंपी वायरस के संक्रमण को देखते हुए हाल ही में प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए जिले के सभी पशु बाजारों को अगले आदेश तक बंद कर दिया है. लेकिन गौ तस्कर लगातार दूसरे राज्यों से गौ -वंश की तस्करी बस्तर में कर रहे हैं .साथ ही बस्तर के रास्ते अन्य राज्यों में भी ले जा रहे हैं. सक्षम संस्था के पदाधिकारियों का कहना है कि एक तरफ जहां लगातार लंपी वायरस की चपेट में आने से बस्तर में मवेशियों की मौत हो रही है. जिससे पशु मालिक चिंतित हैं. लेकिन पशु चिकित्सा विभाग इस मामले में लापरवाही बरतते हुए कहीं भी गौ वंश की तस्करी को रोकने के लिए नाकेबंदी नहीं की है और ना ही विभाग का कोई कर्मचारी गौ तस्करी रोकने के लिए हाइवे में और अन्य इलाकों में तैनात है.ऐसे में धड़ल्ले से बस्तर में गौ तस्करी का खेल जारी है.
थाना में शिकायत दर्ज कारवाई
पदाधिकारियों ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि परपा थाना क्षेत्र के जंगलों के रास्ते एक पिकअप वाहन में गौ- वंश को भरकर ले जाया जा रहा है. जिसके बाद वाहन को घेराबंदी कर रोका गया और इस वाहन में से कुल 8 गौ-वंश को नीचे उतारा गया, हालांकि इस दौरान उसी रास्ते एक और पिकअप वाहन में भी गौ तस्करी की जा रही थी जो वहां से भाग निकलने में कामयाब हो गया. क्योंकि वहां गौ तस्करी रोकने के लिए सिर्फ एक ही व्यक्ति मौजूद था. पदाधिकारियों ने बताया कि पशु बाजार बंद होने से तस्कर सक्रिय है और लगातार गौ तस्करी की जा रही है. ऐसे में पुलिस प्रशासन को भी तस्करी को रोकने के लिए नाकेबंदी की जानी चाहिए . वाहनों की जांच की जानी चाहिए, फिलहाल गौ तस्करों के खिलाफ परपा थाना में शिकायत दर्ज कराकर कारवाई करने की मांग पुलिस प्रशासन से की गई है ताकि बस्तर में गौ तस्करी के मामले बंद हो सके.
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