Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सीआरपीएफ के जवानों ने नक्सलियों के नापाक मंसूबों पर पानी फेरते हुए 15 किलो वजनी IED बम बरामद किया है. दरअसल, नक्सलियों ने पोटकपल्ली कैंप के पास जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए रास्ते में 15 किलो का IED बम प्लांट किया था.  मंगलवार को सुबह पोटकपल्ली कैंप से सीआरपीएफ जवानों की टीम सर्चिंग अभियान के लिए निकली. इसी दौरान सीआरपीएफ की बीडीएस की टीम ने सर्च अभियान चलाया और जमीन के अंदर प्लांट कर रखा गया 15 किलो का IED बम बरामद किया.


‘IED बम को किया डिफ्यूज़’ 
बीडीएस की टीम ने मौके पर ही सुरक्षित तरीके से बम को डिफ्यूज़ कर दिया. पिछले 3 दिनों में बीजापुर और सुकमा जिले में ही जवानों ने 6 से अधिक जिंदा IED बरामद किए है. जिसमें 5 किलो, 10 किलो और 15 किलो के IED बम बरामद हुए है. जिन्हें सुरक्षित डिफ्यूज़ कर दिया गया है.


CRPF की BDS टीम को बम खोजने में मिली सफलता
दरअसल, नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली हमेशा से ही IED बम का इस्तेमाल करते हैं. साल 2023 में नक्सलियों के IED से जवानों को काफी नुकसान भी पहुंचा है. इन IED बमों की चपेट में आने से 15 से ज्यादा जवानों की मौत भी हो चुकी है. नक्सलियों द्वारा प्लॉंट किए गए IED बम जवानों के साथ-साथ स्थानीय ग्रामीण और मवेशियों के लिए भी काफी घातक साबित हुए है. 


50 से ज्यादा IED बमों को किया जा चुका है बरामद
हालांकि पुलिस जवानो की मुस्तैदी से पिछले साल 2023 में 50 से अधिक जिंदा IED बमों बरामद किया जा चुका है. और उसे सुरक्षित डिफ्यूज भी किया गया है. मंगलवार 9 जनवरी को भी नक्सलियों ने सुकमा जिले के पोटकपल्ली के पास CRPF कैंप से महज कुछ दूरी पर ही 15 किलो वजनी IED बम प्लांट किया था. अगर ब्लास्ट होता तो जवानों को नुकसान पहुंच सकता था. लेकिन सीआरपीएफ ने BDS की टीम की मदद से न सिर्फ इस बम को खोज निकाला गया बल्कि उसे सुरक्षित डिफ्यूज भी किया. 


जवान इलाके में लगातार चलाते है सर्च ऑपरेशन
सुकमा एसपी किरण चव्हाण कहना है कि नक्सल मोर्चे पर तैनात सुरक्षा बलों के साथ-साथ जिला पुलिस बल और डीआरजी जवानों के द्वारा सर्चिंग के दौरान हर टीम के साथ BDS की टीम मौजूद रहती है. BDS की टीम की मदद से कई जिंदा बम बरामद हुए हैं. वहीं नक्सली अब इस इलाके में बैकफुट पर है इसलिए जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए IED बम का इस्तेमाल करते हैं. नक्सलियों के इस नापाक मंसूबो को भांपते हुए लगातार अंदरूनी इलाकों में सर्चिंग के दौरान जवान IED बम बरामद कर रहे हैं.


यह भी पढ़ें: Chhattisgarh: 75 सालों के बाद पहली बार डाले गए थे वोट, अब बदली बस्तर के इस गांव की तस्वीर, पहुंची बिजली, मिले स्कूल और आंगनबाड़ी