Cyber Crime News:  इस समय देश मे सायबर ठगी के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे है. लोग आए दिन सायबर ठगों का शिकार हो रहे है. और लाखों रुपये गवा रहे है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि सायबर ठगों ने अब लोगो को ठगने का नया तरीका अपना लिया है. वे लोगो को इस तरह डराते है कि लोग डर की वजह से ठगों के झांसे में आकर ठगी का शिकार हो जाते है. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग (Durg) पुलिस ने एक ऐसा प्लान तैयार किया है. जिससे ठगी की रकम ठगों के खाते से वापस आ सकते हैं. ऐसे ही 3 मामलों में दुर्ग पुलिस को सफलता मिली है.


तत्काल शिकायत पर  साइबर सेल दिलाएगी रकम


दरअसल दुर्ग पुलिस ने तीन मामलों में ठगी के शिकार हुए लोगों के पैसे वापस दिलवाए हैं. उन लोगों की सतर्कता और पुलिस को जल्दी सूचना देने की वजह से संभव हो पाया है. तीनों मामले में ठगी के शिकार हुए लोगों ने पुलिस को इस घटना के बारे में तुरंत शिकायत की है. जिससे दुर्ग पुलिस ने तत्काल शिकायत मिलने पर संबंधित बैंक से संपर्क करके ठगी किए गए रकम को होल्ड करवाया. उसके बाद बैंक और पुलिस के संबंध में से ठगी के शिकार हुए लोगों को उनके पैसे वापस उनके खातों में डलवाया गया.


बिजली के बिल नाम पर ठगी


रिसाली के प्रगति नगर में रखने वाली सोमा शास्त्री के मोबाइल पर एक मैसेज आया. जिसमें 20 रुपये का बिजली बिल जमा करने की बात लिखी हुई थी और मैसेज में यह भी लिखा हुआ था कि ज्यादा जानकारी के लिए इस नंबर पर कॉल करें. पीड़ित ने उस नंबर पर कॉल किया तो साइबर ठग ने पीड़ित को एक एप्लीकेशन डाउनलोड करने की बात कही और जैसे ही प्राथी ने एप्लीकेशन डाउनलोड किया. उसके खाते से दो लाख रूपए निकल गए. महिला को ठगी का पता चलते ही वह नेवई थाना जाकर इसकी शिकायत दर्ज कराई. जिस पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए संबंधित बैंक से संपर्क किया और उस अमाउंट को होल्ड करवाया. उसके बाद पुलिस और पीड़ित बैंक पहुंच कर  दो लाख रूपए उसके खाते में वापस डलवाया गया.


क्रेडिट कार्ड के रिवार्ड प्वाइंट के लिए दी लालच


 सुभंकर चक्रवर्ती जो कि जयंती नगर सिकोला का रहने वाला है. उसने थाना मोहन नगर में शिकायत दर्ज कराया कि ठग ने मोबाईल नंबर के धारक द्वारा क्रेडिट कार्ड में रिवार्ड पाइंट का प्रलोभन देकर तीन किश्तो में पास माध्यम से 59 हजार 6 सौ 91 रूपए की ठगी नोब्रोकर नामक मरचेंट के माध्यम से किया गया है. जिसकी सूचना पर साईबर सेल ने तत्काल नोब्रोकर मरचेंट को मेल कर स्टॉप ट्राजेक्शन एवं अन्य जानकारी के संबंध में कार्यवाही किया गया. जिसके बाद ठगी गई रकम में से 39 हजार 400 रूपए होल्ड कराया गया.


सिम कार्ड अपडेट कराने के नाम पर हुई ठगी


अंकुश कुमार दास  गुलमोहर तालपुरी का रहने वाला है. उसने भिलाई नगर थाना में सूचना की सिम कार्ड अपडेशन के नाम पर ठगों ने पीड़ित के मोबाइल पर एनीडेस्क नामक एप डाउनलोड कराने बाद पीड़ित के एसबीआई खाते दो किश्तों में लगभग 1 लाख 29 हजार 999 रूपए की ठगी नेट बैंकिंग माध्यम से हुआ है. जिस पर भिलाई नगर थाना पुलिस ने इस मामले की सूचना तत्काल साइबर सेल को दी. जिससे साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए एसबीआई आरबीओ कार्यालय से सम्पर्क किया और उस ट्रांजेक्शन को होल्ड चार्ज बैंक की कार्यवाही कराया गया. जिसके बाद ठगी गई रकम में से 80 हजार रूपए आवेदक के खाते में वापस कराया गया.


पुलिस ने लोगों से की अपील


एसपी अभिषेक पल्लव का कहना है कि पुलिस लोगों को इस तरह की ठगी होने की जानकारी लगातार देती है. लोगो को सतर्क रहना चाहिए .लेकिन फिर भी लोग ऐसे ठगी का शिकार हो जाते हैं. पुलिस का कहना है कि जब भी आप ऐसे ठगी का शिकार हो तो सबसे पहले आप पुलिस थाना जाइए और उसकी सूचना दीजिए उसके बाद तत्काल पुलिस एक्शन लेकर इस तरह के ठगी की रकम को वापस ला सकती है.


यह भी पढ़े-


Chhattisgarh News: CM भूपेश बघेल अपने मंत्रियों के साथ पहुंचे सिनेमाघर, ‘भूलन द मेज’ फिल्म देखने के बाद की ये घोषणा


Chhattisgarh के आदिवासी युवाओं के लिए CRPF में भर्ती हुई आसान, केंद्रीय कैबिनेट ने एजुकेशनल क्राइटेरिया में दी ढील