Cyclonic Storm Asani: बंगाल की खाड़ी से उठा असानी चक्रवाती तूफान का असर बस्तर में भी देखने को मिलने लगा है. नमीयुक्त ठंडी हवा का आगमन बस्तर संभाग में हो चुका है. मौसम नम होने से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान असानी के असर से आसमान में बादल छाए रहने और एक दो जगहों पर गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई है.
ओड़ीशा के तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान असानी का अलर्ट
बस्तर संभाग के कुछ जिलों में आंधी, तूफान, तेज हवा चलने की भी पूरी संभावना बनी होने की बात कही है. असानी चक्रवाती तूफान को देखते हुए ओड़ीशा के तटीय इलाकों में भी अलर्ट जारी किया गया है. आज दोपहर 12 बजे के बाद से ही बस्तर में बादलों ने डेरा डाल दिया है. तापमान भी काफी गिर गया है. मंगलवार रात और बुधवार को बस्तर संभाग के कई इलाकों में बारिश की संभावना है और तेज हवा के साथ अंधड़ चलने का भी पूर्वानुमान है. मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण का प्रभाव है. दक्षिण अंडमान सागर से लगे दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है.
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आंध्र, ओड़ीशा के तट से टकराने पर बस्तर में फिर होगी बारिश
10 मई मंगलवार रात तक आंध्र, ओड़ीशा के तट पर इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है. चक्रवाती तूफान ओड़ीशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के समुद्र तट से टकराने पर दोबारा बारिश हो सकती है. तूफान ओड़ीशा और आंध्र प्रदेश के समुद्र तट से टकराता है तो बस्तर में इसका असर जरूर दिखाई देता है. हालांकि तूफान की गति पर असर निर्भर करता है. बस्तर में पिछले तीन-चार दिनों से लगातार कहीं ना कहीं तेज अंधड़ और गरज चमक के साथ बारिश हो रही है. ऐसे में अगर चक्रवाती तूफान आंध्र और ओड़ीशा के तट से टकराता है तो बस्तर में फिर बारिश होगी. हालांकि तूफान का असर बस्तर में कितना रहेगा, फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता है.