Cyclone In Bastar: छत्तीसगढ़ के बस्तर में भी चक्रवाती तूफान ने बस्तरवासियों का जीना मुश्किल कर दिया है. खासकर ग्रामीणों को इस आंधी-तूफान से भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, वहीं झमाझम बारिश और तूफान ने बस्तर जिले के कवि आसना गांव में रहने वाले एक ग्रामीण की भी जान ले ली है. हादसा उस वक्त हुआ जब तेज हवा चलने के साथ झमाझम बारिश हो रही थी और इस वजह से एक विशाल पेड़ गिर गया और ग्रामीण उसकी जद में आ गया.


पेड़ की टहनी सीधे ग्रामीण पर गिरी जिससे उसके सिर पर गहरी चोट लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई, यही नहीं सप्ताह भर पहले भी बस्तर संभाग के कोंडागांव, बीजापुर और कांकेर जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 5 लोगों की भी मौत हो गई, वहीं इस चक्रवाती तूफान से ग्रामीण किसानों के फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है.


सप्ताह भर में गई 6 लोगों की जान


प्रदेश के अन्य हिस्सों की तरह ही बस्तर जिले में भी पिछले 15 दिनों से चक्रवाती तूफान का असर देखा जा रहा है. शाम होते ही अचानक मौसम में बदलाव आने के बाद तेज  हवा चल रही है और झमाझम  बारिश भी हो रही है.


वहीं तेज अंधड़ की वजह से कई जगहों पर विशाल पेड़ भी धराशायी हो गए है, जिस वजह से जिले के 20 से ज्यादा गांव  बीते 6 दिनों से अंधेरे में डूबे हुए हैं, तेज आंधी तूफान के चलते जगदलपुर शहर से लगे कवि आसना में भी एक बड़ा हादसा हुआ है जिसमें एक ग्रामीण की मौत हो गई.


कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कवि आसना का रहने वाला रुखधर कोल्चुर गांव जा रहा था. इसी दौरान मौसम बिगड़ने के बाद तेज हवा चलने लगी और इसके कारण एक विशाल पेड़ गिर गया और उसकी टहनी सीधे ग्रामीण रुखधर के ऊपर गिरी जिससे उसके सिर पर गहरी चोट लगने से रुखधर की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं सप्ताह भर पहले  कोंडागांव जिले में भी तेज आंधी तूफान के साथ आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की  मौत हो गई, इसके अलावा कांकेर जिले में भी दो मासूम बच्चों की भी मौत हो गई, इसके अलावा बीजापुर में भी एक ग्रामीण की जान आकाशीय बिजली गिरने से चली गई. वहीं कई पालतू मवेशी भी मारे गए.


किसानों को हुआ लाखों रुपए का नुकसान


कृषि विभाग के उपसंचालक के मुताबिक चक्रवाती तूफान से बस्तर जिले के ग्रामीण किसानों को भी काफी नुकसान पहुंचा है, किसानों के खेत में उगाए गए मौसमी फसल भी पूरी तरह से खराब हो चुके हैं, जिले के करीब 400 से 500 किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है और उनकी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं, हालांकि कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा सर्वे कर लगातार किसानों से संपर्क कर उनके फसलों को पहुंचे नुकसान की जानकारी जुटाई जा रही है. बताया जा रहा है कि किसानों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है.


आगामी कुछ दिनों तक रहेगा चक्रवाती तूफान असर


वहीं मौसम विभाग के मुताबिक एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण उत्तर पश्चिम राजस्थान के ऊपर विस्तारित है. इसके अलावा एक द्रोणिका की हवा अनियमित गति तेलंगाना से मध्य उत्तर प्रदेश विस्तारित है. इन मौसम तंत्र के कारण बस्तर में मौसम बदला हुआ है और हर दिन शाम को तेज हवा चलने के साथ झमाझम बारिश भी हो रही है. आने वाले कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज ऐसे ही बने रहने की संभावना मौसम विज्ञानी ने जताई है.


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