अंबिकापुर: छत्तीसगढ के पूर्व मुख्य मंत्री स्वर्गीय अजीत जोगी के सबसे चहेते युवा नेता और उनके परिवार के सदस्य की तरह दिन रात जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की बेहतरी के लिए काम करने वाले दानिश रफीक ने एक बार फिर अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस का दामन थाम लिया है. दानिश रफीक ने अपने साथी बलविंदर छाबड़ा के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्य मंत्री भूपेश बघेल के समक्ष घर वापसी की है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ को सरगुजा इलाके मे पहचान दिलाने मे अहम भूमिका निभाने वाले दानिश के कांग्रेस मॆ शामिल होने के बाद ये कयास लगाए जाने लगे हैं कि अब सरगुजा मे जोगी की पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा?  


दानिश जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं


स्वर्गीय अजीत जोगी के द्वारा नई पार्टी बनाए जाने के पहले सरगुजा समेत पूरे छत्तीसगढ़ मे युवा कांग्रेस के उभरते सितारें दानिश ने जोगी परिवार से वफ़ादारी निभाते हुए जनता कांग्रेस का साथ दिया था.  वह पहले जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष रहे.  फिर सरगुजा मे पार्टी की नींव मजबूत करने के लिए उन्हे पार्टी अध्यक्ष अमित जोगी ने सरगुजा संभाग के 14 विधानसभा की जिम्मेदारी देते हुए  सरगुजा का संभागीय अध्यक्ष नियुक्त कर दिया था.  गौरतलब है कि दानिश रफीक अपने कार्य कौशल ,लगन और वफादारी के कारण ही जोगी कांग्रेस मे शामिल होने से पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के उस युवा टीम के हिस्सा बन गए थे जिसमे देश भर के चंद युवा नेता शामिल थे.  





जोगी परिवार के कोई मनमुटाव नहीं है- दानिश


दानिश ने एबीपी न्यूज से चर्चा के दौरान बताया कि वो पहले भी कांग्रेस मे रह चुके हैं. पार्टी नेताओं के निर्देश पर पार्टी के लिए काम करते रहें हैं.  उस दौरान उनका अनुभव काफी अच्छा रहा है.  इसके बाद वो एक बार फिर कांग्रेस मे शामिल हुए हैं. पार्टी जो निर्देश और जिम्मेदारी देगी उसको पूरी मेहनत और लगन से पूरा करूंगा.  इधर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ छोडने के कारण और जोगी परिवार से रिश्ते के सवाल पर दानिश ने कहा उनसे किसी तरह की कोई बातचीत मनमुटाव नहीं हुआ है.  


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