Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा (Dantewada) जिले में एबीपी न्यूज़ के खबर का असर हुआ है, दरअसल पहले से ही शादीशुदा होने के साथ शासकीय कर्मचारी होकर मुख्यमंत्री निर्धन कन्या विवाह योजना का लाभ लेने के लिए दोबारा शादी करने वाले जोड़े के खिलाफ कलेक्टर ने कार्रवाई के लिए उनके संबधित विभाग को भी आदेश जारी किया है, वहीं विभाग के द्वारा इन दोनों  पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा रही है.


दरअसल दोबारा शादी किये जाने की जानकारी मिलने के बाद एबीपी न्यूज़ ने इस पर प्रमुखता से ख़बर चलाया था, जिसके बाद दंतेवाड़ा कलेक्टर ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए इस जोड़े के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने के साथ ही इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारियों को भी शो कॉज नोटिस जारी किया है.


Chhattisgarh College Exams: एबीपी न्यूज़ की खबर पर मुहर, छत्तीसगढ़ के सभी कॉलेजों की परीक्षा होगी ऑनलाइन, आदेश जारी


यही नहीं दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी ने विभाग के अधिकारियों समेत इस शादीशुदा जोड़े को भी जमकर फटकार लगाई है, साथ ही भ्रामक जानकारी देकर योजना का लाभ लेने का प्रयास कर रहे जोड़े को कोई भी लाभ नहीं दिए जाने के आदेश कलेक्टर दीपक सोनी ने दिए हैं.


24 घंटे के भीतर हुई कार्रवाई


जानकारी के मुताबिक बीते रविवार को दंतेवाड़ा शहर के मेंढका डोबरा मैदान में मुख्यमंत्री निर्धन कन्या विवाह योजना के तहत 350 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया, लेकिन इन जोड़ों में एक ऐसा भी जोड़ा था जो पहले से ही शादीशुदा थे और शासकीय कर्मचारी थे, दूल्हा फॉरेस्ट का गार्ड है जबकि दुल्हन स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ है.


नियमों को ताक में रखकर विभाग के द्वारा बरती जा रही घोर लापरवाही पर एबीपी न्यूज़ ने खबर चलाया था, तभी इस मामले में दंतेवाड़ा कलेक्टर ने भी जांच के आदेश दिए और इस लापरवाही के 24 घंटे के भीतर जांच कर दंतेवाड़ा कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारियों को शो कॉज नोटिस जारी कर दिया.


कलेक्टर दीपक सोनी ने दी ये अहम जानकारी


कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आने के बाद उन्होंने त्वरित कार्रवाई की है, कलेक्टर ने कहा कि यह योजना केवल ऐसे गरीब और निर्धन कन्याओं के लिए है जो इस योजना के कैटेगरी में आते हैं और उन्हें  शादी के बाद विभाग द्वारा उपहार और कुछ पैसे भी दिए जाते हैं, इस शासकीय कर्मचारी के जोड़ों ने खुद घोषणा पत्र भरा और विभाग को गलत जानकारी दी जिसके चलते इन पर कार्रवाई की गई.


इसे भी पढ़ें:


जानें- क्यों CM Bhupesh Baghel के भिलाई निवास पर पहुंचे ग्रामीण, पुलिस ने रोका तो जमकर की नारेबाजी