Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में कुछ दिन पहले कटेकल्याण इलाके में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ को नक्सलियों के सचिव ने फर्जी बताया है. रविवार देर शाम दरभा डिवीजन कमेटी के सचिव साईनाथ ने प्रेस नोट जारी कर उनके साथी बुधराम मरकाम पर घायल होने के बाद उस पर गोली चलाने का आरोप लगाया है. नक़्सली लीडर साईनाथ ने अपने प्रेस नोट में लिखा है कि पुलिस के जवान बुधराम मरकाम के घायल होने के बाद उसे गिरफ्तार कर सकते थे लेकिन जवानो ने ऐसा ना कर निहत्थे पर गोली चला दी.
साथ ही बुधराम के साथ अन्य 3 लोग भी इस मुठभेड़ में घायल हुए थे. जिन्हें पुलिस पकड़ कर ले गई और इन तीनों को घटना के 5 दिन बीत जाने के बाद भी आज तक कोर्ट में पेश नहीं किया है.
नक्सलियों का आरोप 3 घायलों को उठाकर ले गयी पुलिस
दरअसल, दंतेवाड़ा पुलिस ने बीते 25 जुलाई की रात जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र कटेकल्याण में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ होने की जानकारी दी थी और इस मुठभेड़ में दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में जवानों ने नक्सलियों के कटेकल्याण एरिया कमेटी मेंबर बुधराम मरकाम को एनकाउंटर में मार गिराया था. बता दें कि दंतेवाड़ा पुलिस ने बुधराम पर 5 लाख रुपये का इनाम बताया था. इस मुठभेड़ को नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी कर फर्जी बताया है.
दरभा डिवीजन कमेटी के सचिव साईनाथ ने प्रेस नोट जारी कर इसमें लिखा है कि पुलिस ने निहत्थे बुधराम और उनके साथियों पर गोली चलाई थी और इनमें तीन घायल लोगों को जवान अपने साथ उठाकर ले गए, लेकिन उन्हें घटना के 6 दिन बीतने बाद भी कोर्ट में पेश नहीं किया है. जिसके चलते नक्सलियों ने उन्हें जल्द से जल्द कोर्ट में पेश करने की मांग की है. नक्सलियों ने अपने प्रेस नोट में यह भी लिखा है कि हमारी पीएलजीएफ पार्टी और जननायक जल जंगल जमीन बचाने वालों की मदद कर रहे हैं, लेकिन इनकी मदद करने वाले लोगों की पुलिस हत्या कर रही है. मुठभेड़ के नाम से जिस तरह से बस्तर में हत्या हो रही है इसका नक्सली संगठन पुरजोर विरोध करता है.