Dantewada News Today:  छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में भी भीषण गर्मी से लोगों का बुरा हाल है. यहां पारा 43 डिग्री के पार पहुंच गया है. गर्मी की चपेट में आने लोग बीमार पड़ रहे हैं. जिले के कुआकुंडा ब्लॉक के हड़मामुंडा में लगभग 50 ग्रामीण फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए हैं, जिनमें चार की हालत गंभीर बनी हुई है. 


जानकारी के मुताबिक, इस गांव में रहने वाले हूंगा कर्मा के घर उनकी बच्ची के छठी का कार्यक्रम था. जिसमें गांव के सैकड़ों ग्रामीण सामूहिक भोज के लिए यहां पहुंचे थे. मेहमानों के लिए खाने में मटन और चिकन बना था, इसे खाने के बाद एक के बाद एक ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ती गई और ग्रामीणों को उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी. 


मेडिकल कैंप लगाकार किया जा रहा इलाज
ग्रामीणों ने इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी, तुरंत मौके पर एंबुलेंस बुलाया गया और 26 ग्रामीणों को कुआकुंडा अस्पताल पहुंचाया गया. चार ग्रामीणों की हालात गंभीर होने पर उन्हें दंतेवाड़ा जिला अस्पताल ले जाया गया. दूसरे पीड़ितों का ईलाज गांव में ही मेडिकल कैम्प लगाकर किया जा रहा है. 


बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल में भर्ती चार लोगों की तबीयत काफी बिगड़ गई है. डॉक्टर के मुताबिक, गर्मी में मांसाहारी भोजन करने से पाचन क्रिया बिगड़ गई, इसकी वजह से ग्रामीणों की तबियत खराब हो गई.हालांकि जानकारी मिलने के बाद गांव पहुंची मेडिकल टीम फ़ूड पॉइजनिंग के अन्य कारणों का भी पता लगा रही है.


फूड पॉइजनिंग की डॉक्टरों ने बताई ये वजह
दंतेवाड़ा जिला अस्पताल के अधीक्षक आरके राय ने बताया कि फ़ूड पॉइजनिंग के शिकार हुए 50 ग्रामीणों में चार की हालत गंभीर है. जिनका इलाज किया जा रहा है, जबकि कुआकुंडा अस्पताल में भर्ती 20 ग्रामीणों की हालत खतरे से बाहर है और जल्द ही उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. 


अस्पताल अधीक्षक आरके राय ने बताया कि फूड पॉइजनिंग की वजह से ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ने लगी और लगातार एक के बाद एक ग्रामीण को उल्टी दस्त की शिकायत होने लगी. हालांकि जांच में पाया गया है कि भीषण गर्मी में मांसाहारी भोजन करने से ग्रामीणों की पाचन क्रिया बिगड़ गई. 


गर्मी को लेकर डॉक्टरों ने दी ये सलाह
डॉक्टरों ने दंतेवाड़ा की जनता से अपील करते हुए कहा कि इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी की वजह से खान- पान का खास ख्याल रखना चाहिए, आदर्श भोजन ही ग्रामीणों को फूड पॉइजनिंग और लू से बचा जा सकता है.  


खान पान को लेकर डॉक्टरों ने सलाह दी है कि गर्मी के मौसम में ज्यादा मांसाहारी भोजन का सेवन करने से बचने की जरूरत है. गर्मी में सादा भोजन करने के साथ ज्यादा से ज्याद जूस और सलाद का इस्तेमाल अपने खाने में करना चाहिए. ऐसे में लू के साथ-साथ फूड पॉइजनिंग से भी बचा जा सकता है.


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