Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दूसरे चरण में बस्तर संभाग के 7 जिलों का दौरा कर रहे हैं. सोमवार को मुख्यमंत्री नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले के दो ब्लॉक में ग्रामीणों के बीच जन चौपाल लगाएंगे. इसके साथ ही जिले में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे. इस दौरान दंतेवाड़ा जिले के वासियों को करोड़ों रुपए की सौगात भी देंगे.
मां को 11 हजार मीटर की चुनरी चढ़ाएंगे सीएम
इधर मुख्यमंत्री के दौरे को देखते हुए पुलिस ने बारसूर और कटेकल्याण ब्लॉक में होने वाले भेंट मुलाकात कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए हैं. मुख्यमंत्री अपने तय कार्यक्रम के अनुसार करीब 12 बजे दंतेवाड़ा के कटेकल्याण ब्लॉक पहुंचेंगे, जिसके बाद यहां जन चौपाल लगाने के बाद बारसूर गांव में जन चौपाल लगाएंगे. इसके अलावा सीएम भूपेश बघेल मंगलवार सुबह बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी को लगभग 11 हजार मीटर चुनरी चढ़ाएंगे. इस चुनरी को दंतेवाड़ा डेनेक्स नवा गारमेंट फैक्ट्री की करीब 300 महिलाओं ने मिलकर बनाया है. यह पहला मौका है जब दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी मंदिर में इतनी लंबी चुनरी चढ़ाई जा रही है.
नक्सल प्रभावित क्षेत्र की महिलाओं ने बनाई चुनरी
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को दंतेवाड़ा पहुंच कर कटेकल्याण में जन चौपाल लगाने के बाद शाम को दंतेवाड़ा में आयोजित आदिवासी सम्मेलन में शामिल होंगे. साथ ही विभिन्न समाज के प्रतिनिधियों और संघों के पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे. दंतेवाड़ा में रात्रि विश्राम करने के बाद मंगलवार सुबह मां दंतेश्वरी के दरबार जाएंगे और यहां 11 हजार मीटर की चुनरी माता को चढ़ाएंगे. खास बात यह है कि इस चुनरी को नक्सल प्रभावित क्षेत्र की महिलाओं ने सप्ताह भर का समय लगा कर तैयार किया है.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
चुनरी जिला प्रशासन द्वारा संचालित डेनेक्स नवा गारमेंट फैक्ट्री में महिलाओं के द्वारा तैयार की गई है. बताया जा रहा है कि यह पहला मौका है जब इतनी लंबी चुनरी माता को चढ़ाई जा रही है और यह वर्ल्ड रिकॉर्ड है. दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि मुख्यमंत्री के दो दिवसीय कार्यक्रम को देखते हुए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है, वहीं दंतेवाड़ा के एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र बारसूर और कटेकल्याण के दौरे को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.