Dantewada News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में नक्सली संगठन ने दंतेवाड़ा पुलिस और CRPF के जवानों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. नक्सली संगठन के दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव मोहन ने एक प्रेस नोट जारी किया है, जिसमें पुलिस और फोर्स के जवानों पर लूट पाट के आरोप लगाए गए हैं. साथ ही, यह भी दावा किया गया है कि जवानों ने गांव के एक युवक को बेरहमी से पीटते हुए उसे बदहाल छोड़ दिया.
नक्सलियों ने प्रेस नोट में लिखा है कि जवानों ने दंतेवाड़ा जिले के बैलाडीला पहाड़ी के नीचे बसे लोहा गांव पर दो दिन पहले हमला किया था. यहां एक ग्रामीण युवक को बंधक बनाकर उसकी बुरी तरह से पिटाई की है. इतना ही नहीं, यहां मौजूद अलग-अलग घरों से पैसों की लूटपाट करने के साथ ही भुट्टा, घर में रखे कपड़े और सामान लूटकर ले गए.
घरों में घुस कर भुट्टे और कैश चुराने का आरोप
नक्सलियों का आरोप है कि बैलाडीला में मौजूद आयरन ओर की खदान खनन की सुरक्षा के नाम पर पुलिस बल गांव पर लगातार हमला कर रही है. जनता का पैसा और सामान चोरी किया जा रहा है. वहीं, ताती उंगा नाम के ग्रामीण को पकड़ कर उसके हाथ-पैरों को पत्थरों से रौंदकर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया गया है. इसके अलावा, मीडियम लछु के घर से मवेशियों के लिए रखे टेंट, कुंजाम सन्नू के घर से 2 हजार नगद और स्वास्थ विभाग के मितानिनों द्वारा ग्रामीणों को दिए गए मेडिसिन में आग लगाकर जला देने का आरोप भी लगाया है.
इसके अलावा ग्रामीण कुंजाम नंदल के घर से 5 हजार रुपये, 10 किलो से ज्यादा भुट्टा और कुंजाम पोदिये के घर से 40 किलो भुट्टा, लगभग गांव के सभी घरों में घुसकर कपड़ा, पैसा और घर मे रखा सामान डीआरजी, सीआरपीएफ और सीएएफ के जवानों के द्वारा लूटने का आरोप लगाया है.
रकम और सामान वापस करने को कहा
नक्सलियों ने अपने प्रेस नोट में यह भी लिखा है कि हाल ही में विधानसभा चुनाव खत्म हुआ है. सभी पार्टी नेताओं ने कहा था कि हम आदिवासियों के लिए काम करेंगे लेकिन सभी लोग झूठ बोल रहे हैं. सिर्फ आदिवासियों को परेशान किया जा रहा है. जवानों ने लोहा गांव की जनता से जो भी सामान और रकम लूटे हैं, उसे वापस करें.
नक्सलियों के आरोपों को पुलिस ने बताया बेबुनियाद
वहीं, नक्सलियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि इस घटना का विरोध करते हुए अपने जल-जंगल-जमीन को बचाने के लिए संघर्ष करें. इधर दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने नक्सलियों के इन सारे आरोपों को बेबुनियाद बताया है. एसपी का कहना है कि नक्सली हमेशा से ही जवानों पर झूठा आरोप लगाते आ रहे हैं. जिस तरह से पिछले कुछ साल से पुलिस और जवानों के प्रति ग्रामीणों का विश्वास बढ़ा है, उस विश्वास को तोड़ने के लिए इस तरह के झूठे विज्ञप्ति जारी कर ग्रामीणों को बहलाने की कोशिश करते हैं.
एसपी का कहना है कि बस्तर की जनता सब जान चुकी है कि नक्सली विकास विरोधी हैं और कभी ग्रामीणों का हित नहीं चाहते. ऐसे में इस झूठे प्रेस नोट से जनता को कोई फर्क नहीं पड़ेगा. दंतेवाड़ा की पुलिस हमेशा ही ग्रामीणों का हित चाहती है और उनके हित के लिए ही लगातार कम्यूनिटी पुलिसिंग के तहत ही गांव-गांव में कार्यक्रम चला रही है. इस वजह से नक्सलियों के प्रति ग्रामीणों का आक्रोश दिख रहा है और नक्सली ग्रामीणों को बरगलाने के लिए इस तरह के झूठे आरोप लगा रहे हैं.
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