Dantewada Naxalites Surrender: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा पुलिस के द्वारा चलाई जा रही लोन वर्रा टू (घर वापस आइये) अभियान रंग ला रही है, स्थानीय नक्सलियों को सरेंडर करने के लिए शुरू की गई इस अभियान के तहत पिछले 2 सालों में अब तक 800 से ज्यादा नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है.
रविवार को भी इस अभियान के तहत 35 नक्सलियों ने दंतेवाड़ा पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण किया है, इन नक्सलियों में तीन इनामी नक्सली भी शामिल है, सरेंडर नक्सलियों में 25 नक्सलियों को DRG और 6 नक्सलियों को RFT सीआरपीएफ और चार नक्सलियों को सीआरपीएफ की 111 वीं बटालियन के जवानों का समर्पण कराने में विशेष योगदान रहा है.
दी गयी है प्रोत्साहन राशि
सरेंडर किये इन सभी नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गयी है, वहीं जल्द ही सरकार की पुनर्वास नीति के तहत दी जाने वाली अन्य सुविधाओं का लाभ भी इन सरेंडर नक्सलियों को मिलने की बात दंतेवाड़ा एसपी ने कही है.
सरेंडर नक्सलियों में 3 इनामी नक्सली शामिल
दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने जानकारी देते हुए बताया कि दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे लोन वर्रा टू अभियान काफी कारगर साबित हो रहा है, इस अभियान के तहत जहां एक तरफ जवान अंदरूनी इलाकों में गश्ती के दौरान गांव गांव में ग्रामीणों के माध्यम से स्थानीय नक्सलियों को सरेंडर करने की अपील कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया और गांव गांव में प्रचार प्रसार के माध्यम से सरेंडर करने के लिए अपील की जा रही है.
लाखों रुपये इनाम की थी घोषणा
वहीं पिछले 4 महीने से पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते अब स्थानीय नक्सली हथियार डाल रहे हैं और सरकार के मुख्य धारा से जुड़ रहे हैं, रविवार को भी 35 नक्सलियों ने एक साथ दंतेवाड़ा पुलिस से संपर्क कर आत्मसमर्पण कर दिया, इन नक्सलियों में तीन इनामी नक्सली भी शामिल है जिन पर 3 लाख, 2 लाख और 5 लाख रुपए का इनाम घोषित था.
इन नक्सलियों के द्वारा माओवादी संगठन में सक्रिय रहकर सड़क मार्ग को अवरुद्ध करना, आईईडी बम प्लांट करना, आगजनी की वारदात को अंजाम देना, और मुखबिरी के शक में ग्रामीणों की हत्या जैसे मामले दर्ज थे, लेकिन इन नक्सलियों ने मुख्यधारा से जुड़ने की ठानी और माओवादी संगठन को छोड़कर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया.
पुनर्वास नीति के तहत दिया गया है लाभ
एसपी ने बताया कि इन आत्मसमर्पित नक्सलियों से पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारी निकलकर सामने आई है, जिस पर नक्सल विरोधी अभियान में दंतेवाड़ा पुलिस नई रणनीति के तहत आगे काम करेगी, एसपी ने कहा कि फिलहाल इन आत्मसमर्पित नक्सलियों को 25-25 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी गई, वहीं जल्द ही सरकार की पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाली अन्य सुविधाओं का लाभ भी इन्हें दिया जाएगा.
वहीं एसपी ने बताया कि लोन वर्रा टू अभियान के तहत दंतेवाड़ा जिले में अब तक 180 इनामी नक्सलियों सहित कुल 800 नक्सली आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ चुके हैं, जिन्हें सरकार की पुनर्वास नीति के तहत लाभ भी दिया गया है.
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