Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में दिल को झकझोर देनेवाली घटना सामने आई है. गरीबी की वजह से महिला का शव परिजनों को 10 किलोमीटर तक पैदल लेकर चलना पड़ा. मामला दंतेवाड़ा जिले के कुआकुंडा ब्लॉक का है. टिकनपाल गांव की रहनेवाली बुजुर्ग महिला जोगी पोड़ियामि की बीमारी की वजह से रेंगानार गांव में रिश्तेदार के घर मौत हो गई थी. परिजनों को किराए का वाहन करने के लिए पैसे नहीं थे.
खाट पर शव बांधकर 10 किलोमीटर पैदल चले ग्रामीण
इसलिए टिकनपाल गांव तक शव पैदल पहुंचाने का फैसला किया गया. खाट को उल्टा कर रस्सी से शव बांधा गया और फिर कंधे से उठाकर टीकनपाल गांव के लिए परिजन निकल पड़े. दो ग्रामीण शव को ढोकर करीब 10 किलोमीटर तक पैदल चले ही थे कि एक मीडियाकर्मी की नजर पड़ी. मीडियाकर्मी ने थाना प्रभारी को मामले की सूचना दी. सूचना मिलने के बाद थाना प्रभारी चंदन कुमार मौके पर पहुंच गए.
आर्थिक तंगी और जानकारी के अभाव में किया फैसला
उन्होंने तुरंत पिकअप वाहन का बंदोबस्त किया और शव को टिकनपाल गांव तक पहुंचाया गया. परिजनों ने बताया कि किराए का वाहन करने की क्षमता नहीं थी और अस्पताल से शव वाहन के बंदोबस्त होने की जानकारी भी नहीं थी. इसलिए खाट के सहारे शव को पैदल ले जाने का फैसला किया. गौरतलब है कि बस्तर में इस तरह के हालात हमेशा देखने को मिलते हैं. अज्ञानता और आर्थिक तंगी की वजह से ग्रामीणों को तकलीफों का सामना करना पड़ता है. सरकारी सिस्टम भी ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए कोई पहल नहीं करता.