(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Chhattisgarh: पूर्व मुख्यमंत्री और CM बघेल फिर आमने सामने, रमन सिंह बोले- 'झूठ का चूरन और नहीं बिकेगा'
Chhattisgarh News: कथित शराब घोटाले के मामले में बीजेपी ने कांग्रेस को घेरने तेज कर दिया है. रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार भ्रष्ट बता दिया तो सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार किया.
Chhattisgarh Politics: छत्तीसगढ़ में चुनाव (Chhattisgarh Election) नजदीक आते ही नेताओं की जुबानी जंग तेज हो गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel)और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह (Dr Raman Singh) के बीच जमकर बहस चल रही है. एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर कथित शराब घोटाले के मामले में चल रहा है. इसमें रमन सिंह का पहली बार तल्ख तेवर भी देखने को मिल रहे हैं. रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल को टारगेट करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं.
दरअसल सोमवार को रमन सिंह और भूपेश बघेल की लड़ाई शुरू हुई है. रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार पर शराब में 2 हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला करने का आरोप लगाया है. इसपर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहली बार शराब डिस्टलर पर कार्रवाई करने की पहल की है. सीएम भूपेश बघेल ने कहा तीनों डिस्टलर और अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है. यदि सिद्ध होता है तो एक-एक पाई वसूली भी की जाएगी, कोई नहीं बख्शा जाएगा. इसी के साथ सीएम भूपेश बघेल ने डॉ रमन सिंह को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि रमन सिंह को यह बताना होगा कि डिस्टलर से उनके संबंध क्या हैं? जो इनके लिए आपने पॉलिसी बनाई.
सीएम ने पूछा- रमन सिंह बताएं 3 डिस्टलर से क्या संबंध थे?
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि शराब नीति रमन सिंह सरकार में 2017 में बनाई गई थी जिसे अबतक चेंज नहीं किया गया है. उसी समय से छत्तीसगढ़ में केवल ही डिस्टलर कॉर्पोरेशन को शराब सप्लाई कर रहा है. इन लोगों से रमन सिंह के क्या संबंध है? केवल 3 डिस्टलर ही क्यों?रमन सिंह ने क्यों इनके पक्ष में पॉलिसी बनाई है? देश के दूसरे डिस्टल को मौका क्यों नहीं दिया. वहीं सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी पर सरकार को बदनाम करने का आरोप भी लगाया है. सीएम ने कहा कि 2020 का मामला है और 2023 में यानी चुनाव को देखकर ये किया जा रहा है. वो लड़ नहीं पा रहे है.इस लिए ईडी-आईटी के माध्यम से लड़ना चाहते है.
रमन सिंह ने कहा- झूठ का चूरन और नहीं बिकेगा
सीएम भूपेश बघेल के दावे पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन ने एक के बाद एक 3 ट्वीट किया है. उन्होंने कहा है कि दाऊ भूपेश बघेल जी, डॉ रमन का एक भी संबंध किसी भ्रष्टाचारी से मिल जाये तो कार्रवाई करने के लिये आपके हाथ में सत्ता है. लेकिन ख़ुद के बारे में आपके क्या विचार हैं?आपके कलेक्टर, कारोबारी, अधिकारी और उपसचिव तक भ्रष्टाचार के बाद या तो जेल की रोटी तोड़ रहे हैं या आपके संरक्षण में पेशी काट रहे हैं, क्या इसके बाद भ्रष्टाचार में आपकी संलिप्तता पर कोई शक बचता है? जहां तक बात शराब घोटाले की है तो “पहले लूट के खाएँगे भाई-भाई, फिर वसूलेंगे पाई-पाई” का यह झूठ का चूरन और नहीं बिकेगा, जब ED ने सब काले कारनामे उजागर कर दिये तब आपको कार्रवाई करने का होश आया है?