Chhattisgarh: अबूझमाड़ के इस बच्चे ने जीता CM भूपेश बघेल का दिल, नक्सलियों की धमकी के बावजूद अपने हुनर से बनाई पहचान
Abujhmad News: अबूझमाड़ के रहने वाले 12 साल के बच्चे राकेश वरदा (Rakesh Varda) ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड (India Book of Records) में अपना नाम दर्ज करा दिया है.
Chhattisgarh Rakesh Varda National Malkhamb Handstand Competition: राष्ट्रीय मलखम्ब हैंडस्टैंड प्रतियोगिता (National Malkhamb Handstand Competition) में 1 मिनट 6 सेकंड तक हैंडसेट करते हुए विजेता का खिताब जीतकर पूरे देश और विश्व में एक नया रिकॉर्ड बनाने वाले छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के रहने वाले 12 साल के बच्चे राकेश वरदा (Rakesh Varda) ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड (India Book of Records) में अपना नाम दर्ज करा दिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने भी विजेता युवक के गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड के नामांकन राशि की लिए नारायणपुर (Narayanpur) कलेक्टर को आदेश दिया है. इससे पहले भारत का रिकॉर्ड 30 सेकंड का था लेकिन राज्य के एकमात्र मलखम्ब ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग लेने के बाद घोर नक्सल प्रभावित (Naxal Affected) क्षेत्र अबूझमाड़ (Abujhmad) के रहने वाले युवक राकेश वरदा ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कीर्तिमान रच दिया है.
नक्सलियों ने दी थी खेल बंद करने की धमकी
विजेता राकेश वरदा ने बताया कि नक्सली नहीं चाहते थे कि वो किसी राष्ट्रीय खेल में शामिल हो, इसलिए राकेश को 4 साल पहले अपने पिता के साथ ओरछा गांव नक्सलियों की धमकी की वजह से छोड़ना पड़ा था. पिता ने राकेश की रुचि को प्राथमिकता दी और अपना गांव छोड़कर कुतुलगरपा गांव आ आए. यहां 8 साल के राकेश वरदा को छत्तीसगढ़ स्पेशल टास्क फोर्स में काम करने वाले मनोज प्रसाद ने मलखम्ब का प्रशिक्षण दिया. इसके बाद मलखम्भ राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार जीतने के बाद लगातार हैंडस्टैंड प्रतियोगिता के लिए मेहनत करता रहा और महज 12 साल की उम्र में राकेश वरदा ने महाराष्ट्र के गोरेगांव में आयोजित राष्ट्रीय मलखम्भ हैंडस्टैंड प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम कर लिया. इस प्रतियोगिता में पूरे देश भर के 1000 खिलाड़ी शामिल हुए थे. खास बात ये है कि दूसरा स्थान भी अबूझमाड़ के रहने वाले 11 साल के राजेश कोर्राम ने प्राप्त किया है. इधर इस प्रदर्शन के साथ ही राकेश वरदा का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया है. राकेश ने इस प्रदर्शन के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए भी आवेदन किया है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है. लेकिन इस आवेदन के लिए जरूरी 80 हजार रुपये की फीस भर पाने में राकेश समर्थ नहीं है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी राकेश को बधाई
राकेश की इस उपलब्धि के लिए शुक्रवार को नारायणपुर जिले के छोटे डोंगर पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राकेश वरदा से मुलाकात कर उसे इस जीत की बधाई दी और गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड के नामांकन में राकेश की मदद के लिए कलेक्टर नारायणपुर को निर्देश दिए. राष्ट्रीय मलखम्भ हैंडस्टैंड प्रतियोगिता जीतने वाले राकेश वरदा समेत छत्तीसगढ़ के 10 खिलाड़ियों का चयन हरियाणा में आयोजित होने वाले खेलो इंडिया प्रोग्राम के लिए किया गया है. इधरअबूझमाड़ के जंगलों से निकलकर देश में पहचान बनाने वाले 12 साल के राकेश वरदा के प्रदर्शन से पूरे छत्तीसगढ़ में युवक की जमकर तारीफ हो रही है.
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