Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामला एक बंदर के बच्चे का है. बंदर के बच्चे का सिर तांबे के लोटे में फंस गया है. इससे बंदर का बच्चा दो दिन से परेशान था. इसको निकालने के लिए ग्रामीणों ने कोशिश की लेकिन लोटा बंदर के सिर में फंस चुका था, इस लिए नहीं निकला. दो दिन तक बंदर की मां बच्चे को लेकर घूमती रही. अंत में बंदर के बच्चे के सिर से लोटा अपने आप निकल गया.
बंदर की मां सिर में लोटा फंसे बच्चे को लेकर घूमती रही
दरअसल धमतरी जिले के नगरी क्षेत्र में वन विभाग का लकड़ी रखने वाला कष्ठगार है. इसी के पास भगवान शिव का मंदिर है. जहां बड़ी संख्या में बंदर उछल कूद करते रहते हैं. मंदिर आने जाने वाले लोग इन बंदरों को कुछ न कुछ खाने की सामग्री देते हैं. इसलिए बंदर मंदिर के आस पास ही रहते हैं. इन्हों में से एक छोटे बंदर की जान लोटे में फंस गई.
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भगवान को तांबे के लोटे से चढ़ाया जल
ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार मंदिर में किसी ने तांबे के लोटे से भगवान को जल चढ़ाया था और लोटा वहीं छोड़ा आया. इसके बाद उस पानी के लोटे पर बंदर के बच्चें की नजर पड़ी तो बंदर लोटे से पानी पीने लगा लेकिन बंदर का सिर लोटे में फंस गया. फिर बंदर की लाख कोशिशों के बावजूद सिर लोटे से बाहर नहीं निकला. ग्रामीणों ने भी लोटा बाहर निकालने की कोशिश की तब भी लोटा नहीं निकला. इसके बाद लोटा अपने आप ही निकल गया, जिसके बाद बंदर की जान बची.
वन विभाग के अधिकारी मदद के लिए नहीं पहुंचे
वहीं ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी थी लेकिन कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। दो दिन तक बंदर का सिर लोटे में फंसा रहा. बंदर की मां उसे अपने साथ ही लेकर घूमती थी. बंदर के बच्चे को खाने पीने में काफी समस्या हुई. अगर इसी तरह लोटा बंदर के सिर पर फंसा रहता तो उसकी जान चली जाती. फिलहाल राहत की बात है बंदर के सिर से लोटा बाहर निकल गया है.
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