Diarrhea in Bilaspur: छत्तीसगढ़ में ओमिक्रोन के खतरे के बीच बिलासपुर जिले में डायरिया ने दस्तक दे दी है. शहर में दो लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की परेशानी डबल हो गई. आज डायरिया प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे के दौरान 17 मरीजों की पहचान की गई. उल्टी, दस्त की समस्या के साथ दो लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सीएमएचओ प्रमोद महाजन ने एबीपी न्यूज़ से बीमारी फैलने के पीछे गंदे पानी की आशंका जताई है. उन्होंने कहा कि आज स्वास्थ्य विभाग की टीम और मितानिनों ने तारबारह, तालापारा और सरकंडा क्षेत्र के 100 से अधिक घरों में जांच की.


गंदे पानी के चलते डायरिया फैलने की आशंका


महाजन ने बताया कि गंदे पानी के चलते डायरिया फैलने की आशंका है. इसलिए नगर निगम को पानी साफ करने के निर्देश दिए गए हैं. उल्टी, दस्त से परेशान मरीजों को दवाइयां भी बांटी गई है. अगले कुछ दिनों तक क्षेत्र में नजर बनाए रखने की हिदायत दी गई है. दरअसल एक दिन पहले ही जिले में विदेश से आए दो नागरिकों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसके बाद जिले में स्वास्थ्य विभाग की टीम संपर्क में आए नागरिकों को पहचानने में जुटी है.


ओमिक्रोन के खतरे के बीच डबल चुनौती


इधर डायरिया के मामले सामने आने के बाद दोनों बीमारियों से लड़ने की चुनौती बढ़ गई है. स्वास्थ्य विभाग भी सुविधा दुरस्त किए जाने को चुनौती मानता है. डायरिया फैलने की सूचना मिलने पर बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने दौरा किया. उन्होंने बताया कि तालापारा क्षेत्र में विंटर डायरिया के कारण पीड़ित मरीजों और परिजनों से मिलने तालापारा क्षेत्र गया था. स्वास्थ्य विभाग को बेहतर स्वास्थ्य चिकित्सा उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए गए हैं. 


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