DM Action In Durg: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के डीएम पुष्पेंद्र मीणा (Pushpendra Mina) ने काम में लापरवाही करने वाले छह पटवारियों और एक आरआई (revenue inspector) को सस्पेंड कर दिया है. इन पर आरोप है कि इन लोगों ने कई प्रकरणों में अपने प्रतिवेदन भेजने में काफी देरी की. इस वजह से प्रकरणों के निराकरण का काम रुका हुआ था. इस पर सख्ती दिखाते हुए डीएम ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की.
समीक्षा बैठक के दौरान सामने आया मामला
दरअसल दुर्ग डीएम पुष्पेंद्र मीणा ने राजस्व प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा बैठक ली. इस दौरान इन छह पटवारियों के काम में लापरवाही बरतने के मामला सामने आया. इस पर से कलेक्टर ने नाराजगी दिखाते हुए सभी को निलंबित कर दिया है. एक आरआई को भी सस्पेंड किया गया है. सस्पेंड किए गए पटवारियों में से धमधा अनुविभाग के चार पटवारी और पाटन अनुविभाग के दो पटवारी और राजस्व निरीक्षक शामिल हैं.
डीएम ने समीक्षा बैठक में कहीं ये बातें
डीएम ने समीक्षा में पाया कि इन कर्मचारियों ने कई प्रकरणों में अपनी ओर से प्रतिवेदन भेजने में काफी विलंब किया. इसकी वजह से इन प्रकरणों का निराकरण रूका रहा. सामाजिक संगठनों द्वारा सामाजिक कार्यक्रमों में जरूरत के लिए भवन आदि की जरूरत होती है, ताकि उन्हें सुविधा हो सके. इसके लिए शासन ने ऐसे सामाजिक संगठनों के लिए रियायती दरों पर नजूल जमीन उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन को कहा है. दुर्ग जिले में ऐसे संगठनों द्वारा भी इस तरह की मांग की गई है कि इन्हें भूमि प्रदान करने के लिए भूमि चिन्हित की जाए.
डीएम ने अधिकारियों को दिए यह सख्त निर्देश
डीएम ने कहा कि राजस्व न्यायालयों के निरीक्षण के दौरान यह देखा गया कि कुछ आवेदन ऐसे थे कि कुछ दिनों पहले ही आवक जावक शाखा में आ गये थे. लेकिन, इन्हें पंजीकृत नहीं किया गया था. ऐसी स्थिति न आए, इसके लिए आवक जावक शाखा के साथ ही रीडर के रजिस्टर भी इन्हें पंजीकृत किया जाए.
रीडर की अनुपस्थिति में उनके द्वारा किये जा रहे सामान्य कार्य संपादित होते रहें. इसके लिए सहायक ग्रेड को प्रशिक्षित किया जाए. उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में समय सीमा से काफी लंबे समय से प्रकरण लंबित हैं. एसडीएम इनकी मानिटरिंग करें और शीघ्रता से इन्हें हल करने की कोशिश करें.