Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र कॉन्ड्रोजी बोड़गा में 2 दिन पहले हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में पुलिस की गोली से गांव के एक युवक की मौत हो गई है. मृत युवक एसटीएफ के एक जवान का भाई था, बीते एक महीने में क्रॉस फायरिंग में आम ग्रामीण के मारे जाने का यह दूसरा मामला है, क्रॉस फायरिंग में युवक की मौत से परिजनों में काफी आक्रोश भी देखने को मिल रहा है.


दरअसल, यह वही इलाका है जहां पुलिस ने नक्सलियों की एक 60 मीटर लंबी सुरंग खोज निकाली थी और नक्सलियों के स्मारक भी ध्वस्त किए थे. इसी जगह पर जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई और इस मुठभेड़ के दौरान ही जवानों की गोली से गांव का एक युवक मारा गया. दंतेवाड़ा पुलिस के आला अफसरों का कहना है की मृत युवक के परिजनों को हर संभव मदद की जाएगी. लेकिन 2 महीने में क्रॉस फायरिंग में मौत की यह दूसरी घटना सामने आने के बाद परिजनों और ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है.


ग्रामीणों ने जवानों पर लगाया हत्या का आरोप
क्रॉस फायरिंग में मारे गए युवक के परिजनों और ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस नक्सलियों के मुठभेड़ में लगातार गांव के मासूम लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. इंद्रावती नदी के उस पार बोड़गा गांव पंचायत इतामपारा में रहने वाला आदिवासी युवक रमेश ओयाम बाजार से मुर्गा लेने गया हुआ था. इस दौरान क्रास फायरिंग में उसकी मौत हो गई.


ग्रामीणों ने बताया कि हाल ही में मृतक रमेश ओयाम के बड़े भाई की पुलिस में डीआरजी फोर्स में तैनाती की गई है. इसके बावजूद उसके छोटे भाई को गोली मार दी गई. ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस नक्सली मुठभेड़ के नाम पर आदिवासियों की लगातार निर्मम हत्याएं कर रहे है.  बीती 1 जनवरी को भी बीजापुर जिले में एक 6 माह की दूधमुही बच्ची की क्रॉस फायरिंग में जान चली गई थी. ग्रामीणों का कहना है कि इन दोनों की लड़ाई में गांव का एक भी आदमी सुरक्षित नहीं है. 


मृतक के परिजनों के हर संभव मदद का आश्वासन
वहीं दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय का कहना है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कॉन्ड्रोजी बोड़गा क्षेत्र में बड़ी संख्या में नक्सली मौजूद है. सूचना के आधार पर बीजापुर और दंतेवाड़ा पुलिस के जवानों का संयुक्त ऑपरेशन लॉन्च किया गया था. जिसमें डीआरजी और एसटीएफ के जवान सर्चिंग पर निकले थे. इस बीच नक्सलियों के  साथ जवानों की मुठभेड़ हो गई. दोनों तरफ से करीब आधे घंटे तक गोलीबारी होने के बाद नक्सली भाग खड़े हुए.


दंतेवाड़ा एसपी ने कहा कि इस मुठभेड़ में कुछ नक्सलियों को गोली भी लगी है. 30 जनवरी के शाम सभी जवान कैंप लौट आए. वही 31 जनवरी के शाम पुलिस को पता चला कि इस मुठभेड़ में हुई क्रॉस फायरिंग में  रमेश ओयाम नाम के युवक की गोली लगने से मौत हो गई है. मृतक युवक मुठभेड़ में शामिल एक डीआरजी जवान का भाई था. एसपी ने कहा कि मृतक युवक के परिजनों की हर संभव मदद की जाएगी.


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